गुंसी, निवाई। श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी (राज.) के तत्वावधान में गुरु माँ विज्ञाश्री माताजी के सान्निध्य में शांतिधारा करने भक्तों का तांता लगा था । प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य विज्ञातीर्थ क्षेत्र के परम शिरोमणि संरक्षक ज्ञानचंद जैन भोपाल ने प्राप्त किया । प्रथम शांतिधारा करने का सौभाग्य राजेन्द्र रुपाहेड़ी चाकसू एवं महावीर प्रसाद जी झिराना ने प्राप्त किया । आगामी 8 नवम्बर 2023 को श्री शांतिनाथ महामण्डल विधान का आयोजन सम्पन्न होगा। पूज्य माताजी ने समाज में एकता का संदेश देते हुए सभी से कहा – हम वीर की संतान होकर भी एक घर में रहकर एक – दुसरे से दूरियां बनाकर लड़ते – झगड़ते हैं। भाई – भाई आपस में बंट गया है। माताजी ने घड़ी के उदाहरण से कहा – जब तक घड़ी के तीनों कांटे अलग है वो दिखते नहीं पर जब तीनों एक साथ मिल जाते हैं तो किसी की भी 12 बजा सकते हैं। माता – पिता की , गुरू , वृद्धजन पूराने शास्त्र आदि की हमने कीमत खत्म कर दी । कहते भी हैं ओल्ड इज गोल्ड । इसलिए इनकी सेवा सुरक्षा करें और परिवार , समाज में एकता बनाकर रखें व देव शास्त्र गुरु पर श्रद्धा करें । आपका जीवन सफल हो जायेगा।