Saturday, September 21, 2024

चातुर्मास में आठ मासखमन सम्पन्न, दिवाकर नवयुवक मंडल ने किया तपस्वियों का बहुमान

ब्यावर। गांधी आराधना भवन में विराजित महासती धैर्यप्रभा जी म. सा. आदि ठाणा के चातुर्मास में तपस्याओं का ठाठ लगा हुआ हैं। अब तक महासती जी के चातुर्मास में आठ मासखमन और अधिक की तपस्या हो चुकी हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर नवयुवक मंडल द्वारा तपस्वीयों का बहुमान किया गया।

तप से भवों के कर्म खत्म होते हैं – साध्वी धैर्यप्रभा जी
महासती धैर्यप्रभा जी ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए बताया कि तप करने से करोड़ो भवो के कर्म खत्म हो जाते हैं। तप जीवन का श्रृंगार होता हैं। 30 दिन निराहार रहना कोई सरल कार्य नही होता। सभी तपस्वियों ने आत्मबल को मजबूत करके मासखमन की तपस्या पूर्ण की।

जब तन में क्षमता हो, मन में समता हो और आत्मा में रमणता हो तभी तप संभव हैं

महासती धृतिप्रभा जी, धीरप्रभा जी और धार्मिक प्रभा जी ने बताया कि तप के लिए तीन बातें जरूरी है तन में क्षमता, मन मे समता और आत्मा में रमणता जब यह तीनों बाते मिलती है तो तपस्या संभव हो पाती हैं। तपस्वियों के तप की अनुमोदना से भी कर्मो का क्षय होता हैं। अतः हम यदि तपस्या नही कर सकते तो हमें तप अनुमोदना में कभी भी पीछे नही रहना चाहिए। इस अवसर पर वैरागिन बहन कोमल जी ने भी सभी तपस्वियों की भूरी भूरी प्रसंशा करते हुए भविष्य में भी तप के साथ अपने जीवन को उज्ज्वल बनाने की कामना की।

पूरे चातुर्मास में रहा तपस्याओं का ठाठ
जैन दिवाकर नवयुवक मंडल के अध्यक्ष दीपक बाफना ने बताया कि महासती वृन्द के पूरे चातुर्मास में तपस्याओं का ठाठ रहा। पूरे चातुर्मास में 8 मासखमन और अधिक, 115 अठाई (8 उपावस) और अधिक, 380 से अधिक तेले (3 उपवास) और अधिक के अलावा कई छोटी बड़ी तपस्याएं हो चुकी है। वर्तमान में भी कई तपस्याएं गतिमान हैं।

आज नवयुवक मंडल द्वारा तपस्वियों एवं वीर परिवार का किया गया बहुमान
मंत्री राजेश छल्लानी ने बताया कि आज नवयुवक मंडल द्वारा गांधी आराधना भवन में तप अनुमोदना हेतु चौबीसी का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में तपस्वियों की अनुमोदना के साथ मासखमन और अधिक की तपस्या एवं वर्षीतप करने वाले तपस्वियों एवं महासती धैर्यप्रभा जी की वीर माता मूर्ति देवी जी एवं वैरागिन बहन कोमल के पिता शमशेर सिंह का नवयुवक मंडल की और से बहुमान किया गया। वैरागिन बहिन, दिवाकर संघ आदि द्वारा भी तपस्वीयो का बहुमान किया गया।

मासखमन तपस्या के आराधक

शुभम गुगलिया ने बताया की चातुर्मास में अशोक रेदासनी, गौतम श्रीश्रीमाल, पूर्णिमा लोढ़ा, खुशी छल्लानी, प्रीति ओस्तवाल, ज्योति बोहरा, जुली नाहटा, सृष्टि गांधी ने मासखमन तप की आराधना की थी। नवयुवक मंडल सदस्य दीपक सिंघवी के वर्षीतप की तपस्या चल रही हैं।
राजेश छल्लानी, मंत्री श्री जैन दिवाकर नवयुवक मंडल, ब्यावर ने बताया कि इस अवसर पर देवराज लोढ़ा, रितेश बाबेल, दीपक बोहरा, दिलीप भंडारी, ऋषभ पीपाड़ा, रूपेश कोठारी, तुषार पीपाड़ा, ध्रुवीन गुगलिया, नितेश कोठारी, राहुल जैन, सम्पत छल्लानी, हेमन्त बाबेल, चन्दूलाल कोठारी, दिलीप बाबेल, विमल पीपाड़ा, आदर्श बाबेल, प्रतीक गादीया, सुजल जैन, ललित मकाना, पंकज सकलेचा, सुशीला लोढ़ा, मंजुला जांगडा, सन्ध्या छल्लानी, सुभाष गांधी, राहुल छल्लानी, राहुल बाबेल, आदि श्रावक श्राविका आदि उपस्थित रहे।

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