जयपुर। एम्बीशन किड्स की कक्षा नर्सरी से प्रेप तक के सभी शिक्षार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ ब्लू डे मनाया और इस अवसर पर शिक्षार्थियों ने तथा सभी शिक्षिकाओं ने भी नीले रंग की विभिन्न पोशाके पहनी। एंबीशन किड्स एकेडमी में सुबह से ही हर तरफ नीला ही नीला नजर आ रहा था। किसी ने पृथ्वी तो किसी ने जलचर प्राणियों के मॉडल के रूप धारण किए थे। प्राचार्या डॉ. अलका जैन ने बच्चों को जल संरक्षण के संदर्भ में जानकारी देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि रंगों की खुशी का जश्न मनाने के लिए हर महीने भिन्न-भिन्न रंगों का दिवस मनाते हैं। इसी श्रृंखला में नीले रंग की महत्ता इसी बात से स्पष्ट हो जाती है कि यूनिसेफ द्वारा संचालित सभी गतिविधियों में नीला रंग का उपयोग किया जाता है तथा यह बाल दिवस का आधिकारिक रंग है। यूनिसेफ का ब्लू अभियान बच्चों के लिए अधिक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने का प्रतीक माना जाता है। अतः नीला रंग विश्वास, निष्ठा, ज्ञान , बुद्धिमता, आत्मविश्वास और सच्चाई का प्रतीक है। उपाचार्या अनीता जैन के निर्देशन में बच्चों ने इस विषय पर अपने विचार रखें तो कुछ बच्चों ने स्लोगन और लघुकथा के माध्यम से जल संरक्षण के महत्व को समझाया। एम्बीशन में हर तरफ उत्साह और उमंग ही नजर आ रहा था। संस्था निदेशक डॉ. मनीष जैन ने बताया कि हर रंग किसी न किसी चीज का प्रतिनिधित्व करता है। बच्चे चमकीले रंगों की ओर अधिक आकर्षित होते हैं। इन सभी रंगों में अलग-अलग गुण होते हैं। नीला रंग सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास की भावना पैदा करने में मदद करता है। कार्यक्रम के अंत में संस्था अध्यक्ष डॉ एम. एल. जैन मणि द्वारा बच्चों को ब्लू डे पर उपहार वितरित किया और आशीर्वाद प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया।