अजय जैन/अंबाह। सामाजिक एवं धार्मिक क्षेत्र में अग्रणी स्याद्वाद युवा क्लब की वार्षिक यात्रा जोधपुर (राजस्थान) के लिए ट्रेन द्वारा 19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2023 तक अत्यंत हर्ष उल्लास के साथ संपन्न हुई। सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन- दिल्ली पर सुदीप जैन-रश्मि जैन (गुड़गांव) के द्वारा सभी यात्रियों के भव्य स्वागत के साथ यात्रा प्रारंभ हुई। इस दौरान श्रीमती रश्मि सुदीप जैन ने कहा कि तीर्थ यात्रा हमारी पुरानी परंपरा है तीर्थ यात्रा करने से हमें धर्म लाभ मिलने के साथ-साथ अपनी प्राचीन संस्कृति को जानने का मौका भी मिलता है मंदिर में जाने से उस इलाके की प्राचीन संस्कृति और वहां के निवासियों से मिलने का मौका भी मिलता है भगवान और भक्ति से जुड़ी मान्यताओं की जानकारी भी मिलती है रश्मि सुदीप जैन ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में पूजन अभिषेक और तीर्थ यात्रा अवश्य करनी चाहिए उन्होंने कहा कि आमतौर पर प्राचीन तीर्थ और मंदिर ऐसी जगह पर बनाए गए हैं जहां का वातावरण आस्था के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है इसके साथ ही हमे यहां जाकर आगम का ज्ञान भी मिलता है देवी देवताओं से जुड़ी कथाएं एवं परम्पराये भी मालूम पड़ती है साथ ही प्राचीन संस्कृति को जानने का मौका मिलता है राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेश जैन ने कहा कि हर व्यक्ति को समय-समय तीर्थ यात्रा करनी चाहिए यात्रा करने से हमे धर्म लाभ मिलने के साथ-साथ हमारे दैनिक जीवन में चल रही परेशानियां भी कम होती है यात्रा के दौरान जोधपुर स्टेशन पर ढोल-नगाड़ों के साथ क्लब का अभिनंदन हुआ। सभी के ठहरने की उत्कृष्ट व्यवस्था जोधपुर के लग्जरी “मरूगढ़ रिजॉर्ट एवं स्पा” में की गई थी। 22 अक्टूबर, रविवार को जोधपुर के “श्री दिगंबर जैन मंदिर, सकैर भवन, जसवंत सराय” में साप्ताहिक 513वां अभिषेक-पूजन अत्यंत भक्तिभाव के साथ किया गया। यात्रा में नाकोड़ा जैन मंदिर, ओसियां डिजर्ट एंड पार्क, मंदौर गार्डन, उम्मेद भवन पैलेस आदि दर्शनीय स्थलों के साथ जीप सफारी, कैमल राइड एवं लोकल साइट सीन्स का आनन्द अद्भुत था। मरूगढ़ रिजॉर्ट में आयोजित स्पेशल डांडिया नाइट में महिलाओं-पुरुषों एवं बच्चों ने खूब जोश के साथ गीत-संगीत-नृत्य-गेम्स का लुत्फ उठाया। 22 अक्टूबर को सांयकालीन ट्रेन से दिल्ली के लिए वापसी हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेश जैन के दिशा निर्देशन एवं सभी सदस्यों के सहयोग से सातवीं यात्रा बहुत ही सुखद एवं मंगलमय रही।