रत्नेश जैन बकस्वाहा/बकस्वाहा। तहसील अंतर्गत देश के सुविख्यात श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र (रेशंदीगिरि) नैनागिरि जिला छतरपुर बुन्देलखण्ड मप्र में निर्माणाधीन पारसनाथ देशना स्थली के विशाल भू-भाग पर भगवान शीतलनाथ जी के मोक्ष कल्याणक दिवस व महाअष्टमी पर्व एवं सर्वार्थ सिद्धि के पवित्र शुभ योग में पीतल सहित अनेक धातुओं की विशाल भव्य मनोज्ञ 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ तथा 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की मूर्ति स्थापित/ विराजमान की गई। यहां स्मरण रहे कि 22वें तीर्थकर भगवान नेमीनाथ की तीसरी मूर्ति का निर्माण भी जयपुर में पूर्ण हो चुका है, जिसे भी अतिशीघ्र ही यहां विराजमान किया जाएगा। तीनों विशाल पीतल की पद्मासन मूर्ति 60-60 इंच से अधिक तथा पांच-पांच टन से अधिक बजनी मूर्तियां देश की अद्वितीय जिनबिम्ब है। इस कार्य में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले ट्रस्ट कमेटी के उपाध्यक्ष संतोष कुमार वेटरी बाले, मंत्री राजेश जैन “रागी” (वरिष्ठ पत्रकार), कोषाध्यक्ष इंजी.अशोक जैन,उप मंत्री पं.अशोक जैन, प्रबंध कार्यकारिणी मंत्री देवेन्द्र लुहारी, संयुक्त मंत्री मोतीलाल सांधेलिया व वीरेन्द्र सिंघई,उप मंत्री सुरेश गूगरा, सुकमाल गोल्डी के साथ ही अनेक पदाधिकारी व सदस्य, मूर्ति पुण्यार्जक जयकुमार राजश्री पात्र व शाह सुखानंद, इस भव्य विशाल मंदिर निर्माण एजेंसी के इंजी. प्राशुक सांधेलिया व इंजी. सजल सराफ सहित जैन युवा मंच बकस्वाहा व बम्होरी के सैकड़ों युवकों को जैन तीर्थ नैनागिरि के परम संरक्षक माननीय जयंत मलैया मप्र शासन के पूर्व मंत्री तथा नैनागिरि ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस ने इस महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होने के लिए बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं । इस अवसर पर नैनागिरि में उपस्थित सभी मूर्ति पुण्यार्जक,दानदातारों तथा सहयोगियों को सम्मानित कर धन्यवाद आभार जताया। स्मरण रहे कि नैनागिरि में जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा हेतु दिनांक 04 से 10 दिसंबर 2023 तक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव, विश्वशांति महायज्ञ एवं रथोत्सव परम पूज्य राष्ट्रसंत,संतशिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज तथा सारस्वताचार्य श्री देवनंदी जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से भारत गौरव गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज ससंघ के मंगल सानिध्य तथा उपाध्याय श्री विरंजन सागर जी महाराज के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है।