झुमरी तिलैया। श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान व विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन श्री दिगम्बर जैन समाज द्वारा 16 से 23 अक्टूबर तक श्री दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर के बगल प्रांगण में किया जा रहा है। यह आयोजन मुनि श्री 108 सुयश सागर जी महाराज के सानिध्य में हो रहा है। आठ दिन तक चलने वाले इस विधान का शुभारंभ रविवार सुबह 6.30 बजे ध्वजयात्रा के साथ हुआ। जो नगर भ्रमण कर कार्यक्रम स्थल पर पहुँचा जहाँ कोलकोत्ता से आये भागचंद- विनीत छाबडा के द्वारा ध्वजारोहण के साथ विधान की क्रिया प्रारंभ हुई । सर्व प्रथम सौधर्म इन्द्रो के द्वारा अभिषेक शन्तिधारा के साथ भूमि शुद्धि करते हुवे सभी का सकलीकरण किया गया। इसके साथ विधान का आठ अर्घ,16 अर्घ,32 अर्घ,64 अर्घ,128 अर्घ,256 अर्घ के साथ श्री चरणों मे श्री फल समर्पित किया गया इस अवसर पर मुनि श्री 108 सुयश सागर जी ने कहा कि सिद्धचक्र महामंडल विधान ऐसा अनुष्ठान है, जो हमारे जीवन के समस्त पाप-ताप और संताप को नष्ट कर देता है। यह विधान भक्ति के माध्यम से कर्म चक्र को तोड़कर मोक्ष प्राप्ति करने का मार्ग है। अर्घ समर्पण करने से मन मे एकाग्रता आती है और ये सिद्धचक्र विधान सिद्ध फल के साथ सुख शांति स्वास्थ्य सम्रद्धि सफलता और पुण्य प्रसून देने वाली है। कई बार तो पुण्य तो इतना तीव्र होता है उसे संभालना मुश्किल होता है जो पुण्य को संभाल लेता है वह अपने परिणामों को भी सम्हाल लेता है यह क्षमता हम सबके पास है ।विधान में रात्रि में प्रतिदिन मुनि श्री के मुखारबृन्द से णमोकार चालीसा के साथ बिभिन्य ग्रुपो के द्वारा भब्य आरती ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस उपलक्ष्य में समाज के द्वारा कई अयोजन होंगे जिसको सफल बनाने में पुरा समाज तत्पर है। नित्य कार्यक्रमों की शृंखला में मंडप का शुद्धिकरण, देव अर्चना, देव निमंत्रण, आचार्य निमंत्रण, गुरु निमंत्रण, अभिषेक शांतिधारा के पश्चात मुनि श्री जी का उद्बोधन होगा।रात्रि में णमोकार चालीसा भव्य आरती सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। विधान में प्रतिष्ठाचार्य प्रख्यात विद्वान पंडित संजय भैया, बड़ौत, सह प्रतिष्ठाचार्य स्थानीय विद्वान पंडित अभिषेक जी शास्त्री की मुख्य भूमिका रहेंगी।
कोडरमा मीडिया प्रभारी राज कुमार अजमेरा, नविन जैन