पदयात्रियों ने जुलूस के रुप में नाचते-गाते किये भगवान महावीर के दर्शन
श्री महावीरजी। श्री दिगम्बर जैन पदयात्रा संघ जयपुर के तत्वावधान में मंगलवार,10 अक्टूबर को संघ के संरक्षक सुभाष चन्द जैन एवं संयोजक सुशील जैन के नेतृत्व में संघीजी की नसिया खानिया से रवाना हुई जयपुर से श्री महावीरजी की 37वीं पदयात्रा रविवार ,15 अक्टूबर को श्री महावीर जी पहुची। पदयात्री चांदनगाॅव से जुलूस के रुप में रवाना होकर नाचते गाते बैंडबाजो के साथ मुख्य मंदिर पहुचे जहां भगवान महावीर के सामूहिक दर्शन किये। इससे पूर्व कटले के मुख्य द्वार पर स्थानीय जैन समाज तथा दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र प्रबन्धकारिणी समिति की ओर से मैनेजर नेमी चन्द पाटनी व अन्य कार्मिकों ने पदयात्रियों के केसर का तिलक व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत करते हुए पदयात्रा की अगवानी की। पदयात्रा संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि ” ओम श्री महावीराय नम:” के सामूहिक जयघोष लगाते हुए पदयात्रियों ने भगवान महावीर के चरणों में अर्घ्य समर्पित करने के बाद कटला प्रांगण में विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए पूर्व संयोजक सूर्य प्रकाश छाबड़ा के निर्देशन में मंगल वन्दना की गई। तत्पश्चात आयोजित सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम में पदयात्रा के दौरान हुई त्रुटियों एवं तकलीफों के लिए संघ की ओर से संरक्षक सुभाष चन्द जैन व अन्य पदाधिकारियों ने क्षमा याचना की। दोपहर 12.15 बजे से सौधर्म इन्द्र – इन्द्राणी सुशील – कामिनी जैन के नेतृत्व में साजो के साथ मंदिर प्रांगण में शांति विधान पूजा का आयोजन किया गया। दोपहर में 3.00 बजे से कटला प्रांगण में संघ की ओर से धार्मिक ज्ञान प्रकाश प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण के बाद पदयात्री सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि कैलाश चन्द – तारा देवी जैन, विशिष्ट अतिथि अनिल – निशा जैन, अजय – मंजू जैन एवं धवल – उर्वशी जैन थे। मैना बाकलीवाल द्वारा मंगलाचरण तेरी कृपा से गुरु जग उजियारा प्रस्तुत किया। तत्पश्चात अतिथियों द्वारा भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया गया। मंच संचालन सूर्य प्रकाश छाबड़ा , विनोद जैन कोटखावदा ने किया। पूर्व संयोजक कुंथी लाल रावकां, निर्मल सोगानी, सुरेश ठोलिया, प्रकाश गंगवाल, मैना बाकलीवाल, मनीष लुहाडिया, राजेन्द्र जैन मोजमाबाद, राज कुमार बडजात्या, विनोद जैन कोटखावदा, देवेन्द्र गिरधरवाल, जिनेन्द्र जैन, पवन जैन आदि ने पदयात्रियों के तिलक, माल्यार्पण किया। इस मौके पर दशलक्षण महापर्व के दौरान दस दिनों के उपवास करने वाले पदयात्री सुलोचना जैन, अंजना काला, योगेश जैन तथा रत्नत्रय तेला करने वाले सुधीर जैन एवं पदयात्रा मार्ग में णमोकार महामंत्र की सबसे ज्यादा माला फेरने वाली मोना जैन, किरण जैन को भी सम्मानित किया गया। संघ की ओर से इस मौके पर संरक्षक सुभाष चन्द जैन ने पदयात्रा संघ की आगामी वर्ष के लिए नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई तथा संयोजक सुशील जैन ने पदयात्रियों एवं सभी सहयोगियों का धन्यवाद व आभार प्रकट किया। सायंकाल भगवान महावीर की संगीतमय आरती व भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। तत्पश्चात पदयात्री बसों द्वारा जयपुर के लिए प्रस्थान कर गये। पदयात्रा में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई।