गुंसी, निवाई। श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी के तत्वावधान में श्री 1008 शांतिनाथ महामण्डल विधान का भव्य आयोजन निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। संगीतमय भक्ति का आनन्द लेते हुए विमलचंद जैन किशनगढ़ सपरिवार ने मंडल पर 120 अर्घ्य चढ़ाये। तत्पश्चात गुरु माँ के पाद – प्रक्षालन, शास्त्र भेंट का कार्यक्रम हुआ। गुरु माँ के मुखारविंद से अखण्ड शान्तिधारा का उच्चारण किया गया। आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ने भव्य जीवों को संबोधन देते हुए कहा कि – गुण ही जीवन को सुगंधित बनाते हैं। गुणों के बिना जीवन एक उजड़े हुए जीवन के समान है। गुणों से ही हर जगह व्यक्ति की कद्र होती है। गुणवान व्यक्ति ही दुनिया में पूजा जाता है। यदि कोई बहुत सुंदर है लेकिन गुण नहीं है तो उसकी कोई कीमत नहीं है। गुणों से विभूषित व्यक्ति ही नियम से संसार को पार कर मोक्षगामी बन जाता है। आगामी 15 – 24 अक्टूबर 2023 तक विशाल रूप से भक्ति का शंखनाद होगा। दस दिवसीय महार्चना एवं विश्व शांति महायज्ञ जाप्यानुष्ठान का महा आयोजन दिगम्बर जैन समाज द्वारा सम्पन्न कराया जायेगा। जिसमें भारतवर्ष के सभी जैन – जैनेत्तर बंधुओं को शामिल होने का मौका मिलेगा।