संस्थान के सदस्यों का प्रत्येक क्षण व कण अर्पित हो धर्म व धर्मात्मा की रक्षा में: मुनि ज़िना नन्द
जयपुर। आचार्य वसुनन्दी मुनि राज के दीक्षा दिवस तथा प्रांतीय धर्म जागृति संस्थान के स्थापना दिवस पर बुधवार को संस्थान के पदाधिकारियों ने प्रेरणा श्रौत आचार्य वसुनन्दी के शिष्य मीरा मार्ग में प्रवास रत मुनि त्रय सर्वानन्द , ज़िनानन्द, व पुण्यानन्द को आचार्य श्री की स्तुति व अर्घ्य बोल कर श्रीफल समर्पित किये। संस्थान के प्रांतीय अध्यक्ष पदम जैन बिलाला व पदाधिकारियों ने मुनि वर से संस्थान व सदस्यों को आज के विशेष दिन धर्म प्रभावना व साधु सन्तों की निरन्तर सेवा के आशीर्वाद हेतु निवेदन किया। मुनि ज़िनानन्द ने कहा की पंचम काल में तन का मन का धन का व समय का सही जगह सही समय व सही भावों के साथ उपयोग हो जाना मायने रखता है। धर्म की जाग्रति कर्ता पूज्य गुरुदेव के परम आशीर्वाद से आप सभी के जीवन का एक एक कण व एक एक क्षण धर्म की रक्षा तथा धर्मात्मा की रक्षा में व्यतीत हो तथा सभी का समय सही बना रहे इसी मंगल भावना के साथ सभी को आशीर्वाद दिया ।संस्थान के महामन्त्री सुनील पहाड़िया, पंकज लुहाड़िया, राकेश मधोराजपुरा, महेश काला, भाग चंद मित्रपुरा, राजेंद्र पापड़ीवाल, सुरेंद्र काला, कमल चंद जैन सहित सभी ने शीघ्र ही संस्थान की और से मुनि त्रय के सानिध्य में धर्म प्रभावना के वृहद् कार्यक्रम की भावना जतायी।