इचलकरंजी, महाराष्ट्र। श्री 1008 पदम प्रभु जैन मंदिर इचलकरंजी में दस लक्षण पर्व के दौरान भक्तामर स्तोत्र की महिमा बताते हुए एक अद्भुत कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में प्रारंभ में संकल्प ग्रुप की सदस्यो डॉक्टर सुमन पाटनी, रेखा बड़जात्या, रश्मि कासलीवाल, गरिमा बागड़ा, सुचिता, संगीता बाकलीवाल द्वारा भक्तामर स्तोत्र के बारे में बताया गया। इस आयोजन में जन जन में भक्तामर स्तोत्र के प्रति श्रद्धा जगाने के लिए भक्तामर की महिमा बताई गई। तत्पश्चात नवयुवक मंडल के सदस्य संदीप पाटनी, संजय बड़जात्या, अजीत कासलीवाल, अमित बगड़ा, सुजल पाटनी, यशास बाकलीवाल एवं संकल्प ग्रुप की महिलाओं द्वारा अद्भुत प्रस्तुति दी गई जिससे लोगों में बहुत उत्साह एवं जोश उत्पन्न हुआ। इसके बाद समाज के प्रत्येक परिवार से एक-एक काव्य के साथ प्रभु के चरणों में एक-एक दीप समर्पित किया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही की एक-एक परिवार को इंद्र और इंद्राणी की तरह सुसज्जित कर प्रभु के दरबार में प्रवेश कराया गया भक्ति और संगीत की ऐसी साज बजी कि पूरा परिवार भक्ति के सरोवर में डूब गया। ऐसा लगता था मानो समोसारण लगा हो सभी के चेहरों पर मुस्कुराहट और सभी भक्ति का आनंद ले रहे थे। मंदिर की में की गई सजावट कार्यक्रम की शोभा में चार चांद लग रही थी। इस अवसर पर मंदिर कमेटी अध्यक्ष ज्ञान पाटनी, उपाध्यक्ष विनोद पाटनी तथा समाज के सभी वरिष्ठ सदस्यों ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा की समाज में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे सामाजिक एवं पारिवारिक सामंजस्य एकता बढ़े तथा जिन शासन की शान बढ़े।