कामा, भरतपुर। धर्म जागृति संस्थान कामां व ज्ञान विजया महिला मण्डल ने 48 दीपकों से की भक्तामर अर्चना। आचार्य वसुनंदी महाराज निरंतर ज्ञान के उपयोग में रत हैं इसीलिये उन्हें अभिक्षण ज्ञानोपयोगी कहा जाता है। मुनि संघ के कुशल नायक होने के साथ साथ वात्सल्य की खान व भक्तों के प्रति भरपूर स्नेह रखते हैं। ऐसे गुरुवर के 56 वें अवतरण दिवस के उपलक्ष में धर्म जागृति संस्थान कामां द्वारा ज्ञान विजया महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 48 दीपों से भक्तामर पाठ की महाअर्चना श्री 1008 शान्तिनाथ जैन मन्दिर दिवान जी मे आयोजित की गई। धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या ने गुरुवर के दीर्घायु व स्वस्थ रहने की कामना करते हुए कहा कि आचार्य वसुनंदी महाराज में वात्सल्य भरपूर है तो वे भक्तों के गुरुर हैं,ऐसे परम् प्रतापी गुरुवर वर्तमान में मिलना अति दुर्लभ है। इस अवसर पर धर्म जागृति संस्थान कामां के अध्यक्ष संजय जैन सर्राफ ने कहा की आचार्य श्री सरल स्वभावी है, आपके रोम रोम से वात्सल्य टपकता है आपकी वात्सल्यमयी पुचकार समस्त दुखों को हरने वाली है। महिला मंडल अध्यक्ष इंद्रा जैन बड़जात्या, शकुंतला जैन, युवा परिषद के अध्यक्ष मयंक जैन लहसरिया,प्रदीप जैन बड़जात्या, अजय जैन, राकेश जैन मेडिकल वालो ने आचार्य के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बड़े भक्ति भाव से भक्तामर के श्लोकों पर दीप प्रज्ज्वलित किये गये।