जयपुर। आज अणुव्रत समिति जयपुर द्वारा महाप्रज्ञ इन्टरनेशल स्कूल, निर्माण नगर में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का चतुर्थ दिवस पर्यावरण शुद्धि दिवस के रूप में मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यार्थियों एवं समिति सदस्यों द्वारा अणुव्रत गीत का संज्ञान किया गया एवं समिति अध्यक्ष गोलछा ने अणुव्रत आचार संहिता का वाचन के साथ समागत अतिथियों, उपस्थित समिति सदस्यों, विद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थियों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। गोलछा ने बताया कि अणुव्रत का आशय छोटे छोटे नियमों से है। अगर इन नियमों को हम अंगीकार कर लें तो हर कठिनाई का सहजता से सामना कर सकते हैं। पर्यावरण शुद्धि दिवस पर उपस्थित सभी जनों को अणुव्रत आचार संहिता के ग्यारहवें व्रत ” मैं पर्यावरण की समस्या के प्रति जागरूक रहूंगा” की शपथ दिलाई। उकार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नवीन भंडारी, ट्रस्टी, श्री राम आशापूरण चेरिटेबल ट्रस्ट ने कहा औधोगिक विकास होने के साथ साथ अनावश्यक खनन को रोका जाना चाहिए। पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। मुख्य वक्ता डा. सीताराम गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि अंधाधुंध पेड़ों की कटाई को रोका जाना चाहिए। अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए। पेड़ हमें प्राणवायु आक्सीजन देता है। लकड़ी के विकल्प के रूप में गोकाष्ट का उपयोग करना चाहिए। गोकाष्ट के उपयोग से जहां एक ओर पेड़ों की कटाई कम होगी वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी शुद्ध रह सकेगा। अंत में शाला प्रिंसिपल श्रीमती नीलिमा गुप्ता ने समागत मेहमानों का धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित किया।