Saturday, September 21, 2024

पूरे विश्व को स्वस्थ बनने के लिए जैन धर्म के त्याग को जानना आवश्यक: मुनि श्री सुयश सागर जी मुनिराज

झुमरीतिलैया (कोडरमा)। जैन धर्म का पर्वाधीराज दसलक्षण पर्व का आठवां दिन जैन धर्मावलंबियों ने” उत्तम त्याग धर्म” के रूप में मनाया जिले में धर्म और ज्ञान की गंगा बहा रहे महासंत मुनि श्री 108 सुयश सागर गुरुदेव ने अपनी पीयूष वाणी मे भक्तजनों को कहा कि झुमरीतिलैया के लोग प्रतिदिन धर्म उपदेश की गंगा में डुबकी लगा रहे हैं, आज उत्तम त्याग धर्म का दिन दान और विसर्जन का दिन है ,व्यक्ति जीवन भर बाहरी पदार्थों धन वैभव को अर्जन करता है परंतु जब तक बुद्धि और विवेक पूर्वक उसका विसर्जन नहीं हो जीवन का कल्याण नहीं हो सकता, त्याग जरूरी है स्वस्थ जीवन को जीने के लिए जैन धर्म के त्याग की आवश्यकता है पूरे विश्व को स्वस्थ बनाना है तो जैन दर्शन को समझ कर उसे अपनाना आवश्यक है । जैन दर्शन त्याग पर ही टिका हुआ है त्याग से ही हमारे देश की पहचान है जीवन को पूज्य बनाने वाला कोई धर्म है वह त्याग धर्म है । त्याग के द्वारा ही व्यक्ति ऊंचाइयों को प्राप्त करता है जो जीवन में जितना त्याग करता है वह जीवन में उतनी अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करता है, जीवन में श्रेष्ठ व्यक्ति और महापुरुष बनने के लिए त्याग आवश्यक है, जो अधिक जमा किया है उसका विसर्जन जरूरी है नहीं तो जीवन में ग्रहण लग जाता है बुद्धि और विवेक पूर्वक विसर्जन से कष्ट नहीं होता है स्वस्थ जीवन को जीना है तो जैन दर्शन के त्याग धर्म को समझना जरूरी है जैन धर्म प्रकृति का धर्म है जहां त्याग ही त्याग है यहां देने की संस्कृति है जैन दर्शन में धनपति का सम्मान नहीं उसके त्याग का सम्मान होता है, दान करने वाले सम्माननीय होते हैं परंतु त्याग करने वाले पूजनीय होते हैं दान करने से कभी भी घटता नही प्रातः नया मंदिर में गुरुदेव के मुखारविंद से विश्व शांति धारा का पाठ किया गया नया मंदिर में मुलायक 1008 महावीर भगवान का प्रतिमा का प्रथम अभिषेक व शांति धारा का सौभाग्य मूलचंद सुशील राजकुमार सुनील छाबड़ा परिवार को मिला बड़ा मंदिर में मुलायक पारसनाथ भगवान का प्रथम अभिषेक व शांति धारा का सौभाग्य मंजू देवी बाकलीवाल गुरुदेव की गृहस्थ अवस्था की माता के परिवार दुर्ग छत्तीसगढ़ को मिला पंडाल में भगवान का श्री बिहार एवं प्रथम अभिषेक रजत धारी से शांति धारा का सौभाग्य मूलचंद सुशील शशि छाबड़ा परिवार को मिला। पारसनाथ भगवान की मूल बेदि मे अभिषेक और शांति धारा का सौभाग्य 10 लक्षण व्रत धारी परिवार को मिला स्वर्ण झारी से शांति धारा का सौभाग्य मूलचंद सुशील शशि छाबड़ा परिवार को मिला सुशील शशि छाबड़ा परिवार को ही दीप प्रज्वलन, शास्त्र भेंट, और गुरुवार के चरण प्रक्षालन का सौभाग्य मिला 10 लक्षण व्रत धारी सुनीता सेठी अविता सेठी पिंकी कासलीवाल निकिता सोगानी ईशा छाबड़ा निर्मला सेठी शिल्पा ठोलिया किरण शेट्टी प्रियंका छाबड़ा मेनका पाटौदी को गुरुदेव के द्वारा आशीर्वाद दिया गया । समाज के मंत्री ललित सेठी कार्यक्रम के संयोजक नरेंद्र झाझंरी पार्षद पिंकी जैन मीडिया प्रभारी नवीन जैन राजकुमार अजमेरा ने व्रत धारी के उपवास की अनुमोदना की।

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