चौमूं, जयपुर। चाैमूं शहर में चंद्रप्रभु शांतिनाथ पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर जी में जैन समाज द्वारा दस लक्षण महापर्व के सप्तम दिवस पर प्रातः कालीन अभिषेक शांति धारा एवं उत्तम तप धर्म की पूजन की गई जैन समाज प्रवक्ता पंकज बडजात्या ने बताया कि आज के अभिषेक शांति धारा का सौभाग्य नेमीचंद पीयूष कुमार जैन को प्राप्त हुआ। जैन समाज प्रवक्ता पंकज बडजा्त्या ने बताया कि उत्तम तप धर्म यह बताता है कि तप के बिना ज्ञान भी अधुरा है और ज्ञान के बिना तप तपस्या के बिना कुछ भी पाना संभव नहीं है तप को पाने के लिए इच्छा खत्म करनी पड़ती है तप की शक्ति केवल मनुष्य के पास ही होती है इसके लिए तो देव इंद्र भी तरसते हैं जो इच्छाओं को रोक सके वही तप कहलाता है। संयोजक नितेश पहाड़िया के सानिध्य में आयोजकों द्वारा महा आरती णमोकार भजन नाटिका नृत्य इत्यादि कार्यक्रम संपन्न हुए। हीरालाल जैन ने बताया इन सभी कार्यक्रम के दौरान शेफाली देवी, सुशीला देवी,सुमन देवी,रितु देवी, अंतिम देवी, प्रियंका जैन, एकता जैन, विनीता पहाड़िया, सुनीता जैन, मीना देवी, चंदा देवी, जैन समाज उपाध्यक्ष प्रमोद जैन, जयकुमार जैन, जैन समाज अध्यक्ष राजेंद्र जैन, नरेश पहाड़िया, मुकेश पाटनी, नेमीचंद जैन, अजय जैन पदमचंद जैन विनोद कासलीवाल इत्यादि श्रावक मौजूद थे।