अनिल पाटनी/अजमेर। सोमवार दसलक्षण पर्व के सातवें दिन उत्तम तप धर्म पर गोधों की नसियां में आचार्य विवेक सागर महाराज ने प्रवचन में कहा संसार में तप के बिना कुछ नहीं मिलता, सांसारिक वस्तुओं की कामना को लेकर जो तप करता है, वह मिथ्या तप है, विषय कषायो का निग्रह करके छह अंतरंग, छह बहिरंग कुल 12 प्रकार के तप को चित्त लगाना उत्तम तप धर्म है. जिस प्रकार पत्थर से सोना बनने के लिए उसे 16 बार आग में तपना पड़ता है, उसी प्रकार आत्मा से परमात्मा बनने के लिए कठिन तप करना होता है।
संगीतमय उत्तम तप धर्म की विधान पूजन में मंगल कलश स्थापना
आचार्य महाराज के सानिध्य में सोमवार को प्रातः गोधों की नसियां में जिनेन्द्र अभिषेक, शांतिधारा तत्पश्चात संगीतमय नित्य नियम व उत्तम तप धर्म की पूजन में विधान के सोधर्म इन्द्र -इन्द्राणी के रूप में विराजित गणपत – डा. मिनाक्षी ने मांडले पर मंगल कलश स्थापना, अर्घ्य समर्पित, आचार्य महाराज के पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेंट आदि मांगलिक क्रियाए सम्पन्न की। समिति अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, कोमल लुहाड़िया, नरेन्द्र गोधा,लोकेश ढिलवारी ने इनका अभिनन्दन पत्र देकर स्वागत किया।
भक्ति नृत्य प्रतियोगिता में 45 बालिकाओं ने दी प्रस्तुति
पदम चन्द सोगानी ने बताया दसलक्षण महापर्व में सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत सोमवार रात्रि साधर्मी जनो से खचा खच भरे छोटा धड़ा नसियां के आदिनाथ निलय में विशाल मंच पर दो ग्रुप की कुल 45 बालिकाओं ने जैन भजनों पर सुन्दर भक्ति नृत्य की प्रस्तुति दी। प्रत्येक नृत्य पर तालियों के गड़गड़ाहट से हाल गूंज रहा था,सांस्कृतिक मंत्री ललित पाण्डया,सहयोगी गौरव लुहाड़िया व निर्णायक मंडल के मानसी जैन,मीनाक्षी मंगल व अर्जुन ने सभी प्रतियोगियों को भक्ति नृत्य की प्रस्तुति के लिए ढाई मिनट का समय दिया गया,भक्ति नृत्य प्रतियोगिता में अंकित पाटनी व लोकेश ढिलवारी ने मंच संचालन किया।
मंगलवार को तृतीय ग्रुप की होगी भक्ति नृत्य प्रतियोगिता
पदम चन्द सोगानी ने बताया मंगलवार को छोटा धड़ा नसियां में तृतीय ग्रुप की भक्ति नृत्य प्रतियोगिता का कार्यक्रम होगा। पदम चन्द सोगानी ने बताया इसी दिन तीनों ग्रुप की प्रतियोगिता का निर्णायक मंडल की मानसी जैन, मीनाक्षी मंगल व अर्जुन द्वारा परिणाम घोषित किया जाएगा, विजय – टपसा लुहाड़िया द्वारा तीनों ग्रुप के प्रथम स्थान को सोने सिक्का, द्वितीय व तृतीय स्थान एवं सांत्वना पुरस्कार में सभी को चांदी के सिक्के पुरस्कार स्वरूप प्रदान करगे।