संयम धर्म व सुगंध दशमी व्रत पूजा के बाद खेयी गई धूप
जयपुर। जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मंदिर में शनिवार को महिला मण्डल की सदस्याओं द्वारा देव दर्शन की प्रभावना को समझाते हुए आर्यिका विशेष मति माताजी के आशीर्वाद तथा संघस्थ ब्रह्म० सविता दीदी के निदेशन में नाटक दर्शन प्रतिज्ञा का सुंदर मंचन हुआ। मण्डल अध्यक्षा शकुन्तला बिंदायका ने बताया की नाटक में पात्र युवती मनोवती द्वारा पात्र आर्यिका माताजी से नित्य देव दर्शन करने व मन्दिर में गज मोती समर्पित करने का नियम लिया। शादी के बाद जिसके पालन में कई बाधाये आयी लेकिन नियम पालन में दृढ़ता एवम् धर्म में आस्था से इन सब का बहुत ही सुखद अन्त हुआ। दर्शकों ने दीदी के निदेशन में सभी पात्रों के, विशेष तौर पर दुल्हन बनी संचिता व दूल्हा बनी मीनाक्षी के संवाद अदायगी की सराहना की गई। कार्यक्रम चित्रअनावरण व दीप प्रज्वलन की मांगलिक क्रिया के साथ अतिथि सुरेंद्र पांड्या, अनिल जैन IPS, महावीर सोगानी, सुनील बज के मन्दिर प्रबंध समिति व युवा मंच के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत अभिनंदन से प्रारंभ हुआ जिसका संचालन छाया ठोलिया द्वारा किया गया। इधर दस लक्षण विधान मण्डल पर छटे दिन संयम धर्म की पूजा के बाद सुगंध दशमी व्रत पूजन भक्ति के साथ की गयी। सभी ने शाम को चंदन बूर की सुगंधित धूप भगवान को समर्पित कर सुगंध दशमी त्योंहार मनाया।