Sunday, November 24, 2024

णमोकार महामंत्र की महिमा लधु नाटिका का हुआ मंचन

महाराजा और सेठ जिनदत्त का लगाया दरबार

विमल जोला/निवाई। जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में बिचला जैन मंदिर के शांतिनाथ भवन में दस लक्षण महापर्व के दौरान जिनवाणी महिला मण्डल द्वारा णमोकार महामंत्र की महिमा का नाटिका का मंचन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। चातुर्मास कमेटी के प्रचार प्रसार संयोजक विमल जौंला ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कांग्रेस शहर अध्यक्ष पारस पहाड़ी जैन समाज के मंत्री महावीर प्रसाद पराणा एवं समाजसेवी सन्मति चंवरिया ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इसके बाद अतिथियों ने आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के चित्र का लोकार्पण करके दीप प्रज्ज्वलित किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस शहर अध्यक्ष पारस पहाड़ी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने बहुमुखी व्यक्तित्व का विकास करने एवं परिवार, समाज, राष्ट्र व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षित बनने के लिए संगठन की परम आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन हर समय भगवान की भक्ति में अपना समय व्यतीत करना चाहिए। भक्ति में महान शक्ति है। जो कर्म श्रृंखलाएं अन्य उपायों से नहीं टूट सकती है वह निकाचित कर्म भी भक्ति से दूर हो जाते हैं। जैन समाज के मंत्री महावीर प्रसाद पराणा ने णमोकार महामंत्र की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस महामंत्र में पांच पद हैं जिनमें परम पद से सुशोभित त्रैलोक्य पूज्य पांच दिव्यात्माओं को नमस्कार किया गया है, कोटि गुणा उपकारी णमोकार महामंत्र भी जन जन का कल्याणक है सभी के भाग्य का विधाता है, पापो का शामक है, दुख निवारक है और सबसे बड़ी विशेषता तो यह है कि इसकी रचना किसी के द्वारा नहीं हुई स्वत: सिद्ध है। इस दौरान जैन समाज द्वारा कांग्रेस शहर अध्यक्ष पारस पहाड़ी का माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत बाल कलाकार बेबी आर्य सोगानी ने मंगलाचरण किया। कार्यक्रम का संचालन खुश्बू लटुरिया ने किया। लधु नाटिका कार्यक्रम में संगीता जैन संधी ने राजा का, टीना जैन ने सेठानी जिनदत्ता का, नेहा जैन ने सेठ जिनदत्त का, रानी बनी सरोज जैन ने, खुश्बू संधी जिनदत्ता का भाई, सीमा जैन, सपना संधी मंत्री का, माता बनी खुश्बू पाटनी ने भव्य किरदार निभाया। णमोकार महामंत्र की महिमा से एवं भक्ति से नाटिका में नाग भी गले का हार बन जाता है। इस अवसर पर सोधर्म इन्द्र महावीर प्रसाद छाबड़ा धनपति कुबेर इंद्र त्रिलोक चन्द प्रियंका जैन सिरस यज्ञनायक पारसमल सांवलिया चक्रवर्ती हेमचंद संधी सानतकुमार इंद्र पुनित संधी माहेन्द्र इंद्र त्रिलोक अनीता जैन ज्ञानचंद सोगानी राजेश मीनाक्षी जैन सांवलिया प्रेमचंद सोगानी यश संधी महेंद्र संधी अशोक बिलाला महेंद्र चंवरिया राजेश गिन्दोडी़ हुकमचंद जैन राकेश संधी डाक्टर राहुल जैन डाक्टर रीना जैन त्रिलोक सिरस सुनील भाणजा त्रिलोक रजवास पवन बोहरा सुशील गिन्दोडी़ सहित कई लोग मौजूद थे।

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