महिलाओं ने शहर के जैन भवन से रामलीला मैदान तक निकली कलश यात्रा
सीकर। सीकर में गौ कलश यात्रा से गौ पुष्टि महा यज्ञ का श्रीगणेश हुआ। समारोह के सह संयोजक अधिवक्ता हनुमान सिंह पालवास ने बताया कि शेखावाटी में पहली बार हो रहे श्रीलक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। श्री करणी गोपाल गौ धाम पालवास के पीठाधीश्वर श्रद्धेय चन्द्रमादास महाराज सहित संतो के सानिध्य में मांगलिक वेश में पहुंची महिलाओं के सिर पर रंग-बिरंगी रंगोली से सजे कलशों ने शहर के माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। श्री लक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ आयोजन समिति के मंत्री जानकी प्रसाद इंदौरिया ने बताया कि बुधवार सुबह शहर के जैन भवन से महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा शहर के प्रमुख स्थानों से होते हुये रामलीला मैदान में पहुंची। सीकर शहर में अनेक स्थानों पर लोगों ने कलश यात्रा व संतो का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। बउधाम के संत शिरोमणी रतिनाथ महाराज व रामजी बापू की पूण्य स्मृति में हो रहे महायज्ञ में प्रायष्चित गौदान गणपति पूजन आचार्य चरण नांदी मुख श्राद्व तथा यज्ञ मण्डप प्रवेश व देव स्थापना हुई। कलश यात्रा में कई संत व शहर के प्रमुख धर्म प्रेमी व जनप्रतिनिधि शामिल हुये। प्रतिदिन सुबह नौ बजे से 12 बजे व दोपहर तीन बजे से 6 बजे तक नौ कुण्डीय महायज्ञ होगा। इस दौरान गौ कथा वाचक साध्वी कपिला दीदी के द्वारा दोपहर सवा दो बजे से शाम पांच बजे तक गौ कथा होगी। उन्होंने बताया कि अखण्ड रामायण पाठ भी शुरू हुआ। इसके अलावा करणी माता गौशाला पालवास से लाई गई जीवंत गौ माता व बछड़े की सेवा भी शुरू की गई है।
गौ सेवा से धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष पुरूषार्थ की प्राप्ति संभव: साध्वी कपिला दीदी
अरणी मंथन से श्रीलक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ हुआ प्रारंभ अग्नि मंथन से अग्नि प्रज्जवलित करके श्री लक्ष्मी गौ पुष्टि महायज्ञ शुरू हुआ। ये नौ कुण्डिय महायज्ञ 28 सितम्बर 2023 तक चलेगा। साध्वी कपिला दीदी ने उपस्थित गौ भक्तों को गाय की महिमा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि श्रद्ध्य गौ माता की परिक्रमा करने से तैतीस कौटि देवताओं की परिक्रमा जैसा पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा से व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष चारों पुरूषार्थो की प्राप्ति होती है। गौ माता प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करती है। गौ माता के घी से किये जाने वाले हवन से अखिल सर्व जन हार्दिक भाईचारा अखिल मानवता अखिल प्रकृति अखिल वातावरण में शुद्वि होती है। उन्होंने गौ सेवा के लिए मातृशक्ति को प्रेरित करते हुये कहा कि घर पर माता जैसे संस्कार बच्चों को देती है बच्चे उसी अनुसार आचरण करते है। बच्चों में गौ सेवा का संस्कार मां के द्वारा दिया जाना चाहिये। उन्होंने गौ भक्तों से भोजन से गौ माता के लिए गौ ग्रास निकालने का आव्हान किया। गौ कथा में जयपुर के महामंडलेश्वर मनोहरदास महाराज, सूरत से गौ भक्त प्रकाश भाई व रघुनाथगढ़ के अमरदास महाराज का सानिध्य मिला। आए हुए संतो और अतिथियों का समिति स्वागताध्यक ईश्वर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में समिति सदस्यों द्वारा दुपट्टा पहनाकर माल्यार्पण के साथ स्वागत सत्कार किया गया। सीकर जिले सहित आस-पास के हजारों लोगों व महिलाओं ने गौ कथा का श्रवण किया।
नौ कुंडीय मुख्य यजमानों के द्वारा अरणी मंथन के साथ शुरू हुआ
श्री लक्ष्मी गोपुष्टि महायज्ञ, महायज्ञ हवन में हर दिन एक लाख आहूतियां लगाई जायेगी। आयोजन समिति के संयोजक शंकर भारती ने बताया कि गुरूवार 21 सितंबर से शुरू हुये 9 कुण्डीय गौपुष्टि महायज्ञ में हर दिन एक लाख गौ मंत्रों व लक्ष्मी मंत्रों के साथ संतोे के सानिध्य में आहूतियां दी जाएंगी। इसके अलावा अखण्ड रामायण पाठ व अखंड भागवत पारायण पाठ तथा अखण्ड हरिकीर्तन व सवा लाख रूद्राक्ष पाठ भी नियमित किया जायेगा। जीवंत गौ माता बछड़े से गाय माता की सेवा का संदेश भी दिया जा रहा है।