माफ करना हमें, हाथ जोड़ कर मांगते है आपसे क्षमा
सुनील पाटनी/भीलवाड़ा। जीवन में क्षमा मांगना ओर क्षमा प्रदान करना महान कार्य है। क्षमादाता ओर क्षमायाचक दोनों ही शक्तिमान होते है। क्षमा मांगना ओर क्षमा करना कमजोर का काम नहीं है इसके लिए बहुत बड़ा दिल व अहोभाव की जरूरत होती है। जिनशासन के आराधकों में वह ताकत है जो उन्हें क्षमा मांगने व देने के लिए प्रेरित करती है। ये विचार आठ दिवसीय पर्युषण महापर्व के समापन पर बुधवार को चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार में श्री अरिहन्त विकास समिति के तत्वावधान में मरूधरा मणि महासाध्वी श्रीजैनमतिजी म.सा. की सुशिष्या महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में आयोजित सामूहिक क्षमायाचना कार्यक्रम में उभरकर सामने आए। इस दौरान साध्वी मण्डल एवं श्रावक-श्राविकाओं ने क्षमा का महत्व बताते हुए परस्पर क्षमायाचना की। साध्वी मण्डल से क्षमायाचना करने के लिए शहर के विभिन्न श्रावक संघों के प्रतिनिधि एवं विभिन्न क्षेत्रों से श्रावक-श्राविकाएं भी रूप रजत विहार पहुंचे। महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. के साथ आगम मर्मज्ञा डॉ. चेतनाश्रीजी म.सा., मधुर व्याख्यानी डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा., तत्वचिंतिका डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा., आदर्श सेवाभावी दीप्तिप्रभाजी म.सा., तरूण तपस्वी हिरलप्रभाजी म.सा. ने विचारों व गीतों के माध्यम से चातुर्मासकाल मंें किसी भी शब्द या कृत्य से हुई असाधना या भावना आहत होने के लिए क्षमायाचना की। उन्होंने कहा कि क्षमा मांगने या क्षमा देने से कभी व्यक्ति छोटा नहीं होता बल्कि कर्मो की निर्जरा होकर उसके आत्मकल्याण की राह प्रशस्त होती है। श्री अरिहन्त विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा, मंत्री सुरेन्द्र चौरड़िया नवरतनमल बाफना, धर्मीचंदजी ढाबरिया, युवक मण्डल के अध्यक्ष प्रवीण गोखरू, बापूनगर संघ के अध्यक्ष कमलेश मुणोत, मंत्री अनिल विश्लोत, यश सिद्ध स्वाध्याय संघ के मंत्री मुकेश डांगी, अंबेश भवन वर्धमान कॉलोनी के मंत्री चंचल पीपाड़ा, वरिष्ठ सुश्रावक भूपेन्द्र पगारिया, दलपत सेठ, प्रकाश नाहर, विमलचंद पुनामिया, निलेश कांठेड़, सुश्राविका सुनीता सुकलेचा, निशा हिंगड़, आशा चौधरी, सपना तातेड़, वर्षा जैन, प्रियंका, अंतिमा ढाबरिया, हंसा गोखरू, शैलजा जैन, पुष्पा कावड़िया आदि श्रावक-श्राविकाओं ने साध्वी मण्डल सहित सभी श्रावक-श्राविकाओं से चातुर्मासकाल में किसी भी प्रकार की अविनय असाधना हुई तो क्षमायाचना की। इस अवसर पर श्रीसंघ की ओर से शील व्रत अंगीकार करने वाले दंपति विजयजी-मंजूजी पगारिया का सम्मान किया गया। सामूहिक क्षमायाचना कार्यक्रम का संचालन युवक मण्डल के मंत्री गौरव तातेड़ ने किया। पर्युषण पर्व समाप्ति के बाद गुरूवार से चातुर्मासिक नियमित प्रवचन सुबह 8.45 बजे से होंगे। प्रतिदिन दोपहर 2 से 3 बजे तक नवकार महामंत्र का जाप होगा।
बापूनगर में चातुर्मास होने पर करेंगे पूरा सहयोग
सामूहिक क्षमायाचना कार्यक्रम के दौरान रूप रजत विहार में पहली बार हो रहे चातुर्मास को सफल बनाने में बापूनगर क्षेत्र के श्रावक-श्राविकाओं की भूमिका की साध्वीमण्डल से लेकर श्रीसंघ के पदाधिकारियों तक ने सराहना करते हुए साधुवाद दिया। श्री अरिहन्त विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा ने बापूनगर श्रीसंघ की सेवाओं के लिए धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा कि जब भी बापूनगर क्षेत्र में चातुर्मास होंगे उस समय यहां का संघ वहां पूरा सहयोग करेगा। गौरतलब है कि बापूनगर महावीर भवन में एक वर्ष छोड़ एक वर्ष चातुर्मास कराने की परम्परा है ओर इस वर्ष वहां चातुर्मास नहीं है ओर वर्ष 2024 में चातुर्मास प्रस्तावित है।