तेरह नन्हें कलाकारों के सात पक्के स्वरों से सजी सांझ
जयपुर। नेट थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज दस से बारह वर्ष के नन्हें कलाकारों ने अपने स्वर और ताल से महफिल ए सुकून को परवान चढाया। नेट थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि जयपुर के संगीत घराने से ताल्लुक रखने वाले 13 नन्हे कलाकारों ने जब स्वर और ताल के साथ एक स्वर में अलबेला सजन आयो री, मोरा अति मन सुख पायो री सुनाया तो दर्शक वाह वाह कर उठे। उसके बाद इन कलाकारों ने सुप्रसिद्ध सूफी कलाम दमा दम मस्त कलंदर अलीशा पहला नंबर* और अंत में छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिला के बड़े ही मनोयोग के साथ सुनाकर अपने कलाकार होने का परिचय दिया। इस कार्यक्रम में गायन पर कलाकार मिजान हुसैन, अरमान, जीशान, एजान, ईलेश ने जब अपने सुरों को छेड़ा तो लगा कि यह संगीत का हमारा भविष्य है। इनके साथ तबले पर मोहसिन खान, ढोलक पर फैजल, गिटार पर जीशान, खड़ताल पर अयास खान, और कीबोर्ड पर लकी और रियान खान ने असरदार संगत कर कार्यक्रम को परवान चढ़ाया। कार्यक्रम संयोजक नवल डागी और इमरान खान, कैमरा और लाइट्स मनोज स्वामी, संगीत सागर गढ़वाल, मंच सज्जा अंकित शर्मा नोनू और जीवितेश शर्मा की रही।