जयपुर। देशभर में आए दिन हो रही आत्म हत्या को रोकने के लिए अखिल भारतीय साधुमार्गी शांत क्रान्ति जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में जैनाचार्य श्री विजय राज जी महाराज साहब की प्रेरणास्वरूप गत एक वर्ष में हजारों व्यक्तियों से आत्महत्या नहीं करने के संकल्प पत्र भरवाए गए। इसी कड़ी में जयपुर के साथ देश के 50 से अधिक स्थानों पर जन जागृति दुपहिया वाहन रैली व पैदल रैली निकाली गइ। इधर जयपुर में यह रैली शहीद स्मारक से निकाली गई। रैैली के माध्यम से आमजन को आत्म हत्या मुक्त हो देश-विदेश का संदेश दिया गया। संरक्षक प्रदीप गूगलिया व अध्यक्ष महेश दस्सानी ने बताया कि आत्म हत्या रोक दिवस पर शहीद स्मारक से निकली इस रैली को राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में करीब 500 लोग शामिल हुए। रैली में लोग स्लोगन लिखी तख्तियों के माध्यम से आमजन को अगर जीवन से नफरत हो जाए तो आत्म हत्या ना करिए,बल्कि अपने जीवन जीने का तरीका बदलिएएआत्म हत्या मुक्त हो देश विदेश…जैसे संदेशो से आमजन को जागरूक कर रहते हुए चल रहे थे। रैली संयोजक कमल संचेती व महामंत्री नवीन लोढ़ा ने बताया कि रैली शहीद स्मारक से प्रारंभ हुई जो एमआई रोड,चैड़ा रास्ता,बड़ी चोपड़, जौहरी बाजार, मोती डूंगरी रोड,गणेश जी , मंदिर बिड़ला मंदिर होती हुई नवकार भवन तिलक नगर पर आकर संपन्न हुई।
आत्म हत्या किसी समस्या का समाधान नहींः साध्वी नेहाश्री
तिलक नगर,सूर्य मार्ग स्थित नवकार भवन में हुई सभा को संबोधित करते हुए साध्वी नेहाश्री ने कहा कि आत्म हत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है,जो बुजदिल होते हैंएवहीं आत्महत्या का मार्ग चुनते हैं। मगर जो धैर्य लेकर जीवन जीते हैंएवे सदा मुस्कराते है। उन्होंने तनाव को आत्महत्या का प्रमुख कारण बताते हुए कहा कि तनाव से बचने के लिए अपने मन पर मजबूत बनाकर अपने अंदर से नकारात्मक एनर्जी निकालकर अपनी सोच व विश्वास को मजबूत बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैएउनसे हमें बहुत उम्मीद है।इसलिए उनको धर्म के संस्कार देना चाहिए। सभा में समाज कल्याण बोर्ड की चैयरमेन डाॅ.अर्चना शर्मा ने कहा कि बच्चों को शिक्षा व अंकों के लिए ज्यादा दबाव ना डाले। माता-पिता बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करे और हरपल चैकस रहे। इस मौके पर राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल मेहता ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वर्तमान में अभिभावकों की अति महत्वाकांक्षा के कारण बच्चे ज्यादा तनाव झेल रहे हैं। इसलिए बच्चों को शिक्षा को लेकर ज्यादा तनाव में ना दे और बच्चों को प्रतिस्पर्धा केे साथ नहीं बल्कि स्वच्छता व स्वतंत्रता के साथ जीवन जीने की प्रेरणा दें। इस मौके पर संस्थापक अध्यक्ष गौतम चोरडिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।