जीवन के किसी भी पल में वैराग्य उमड़ सकता है: आचार्य विवेक सागर
अजमेर। पंचायत छोटा धड़ा नसियां में श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के तत्वावधान में शनिवार शाम को आचार्य विवेक सागर महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में 7 बाल ब्रह्मचारी भैयाओ की गोद भराई की रस्म हुई। आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज से करकमलों से यह सभी ब्रह्मचारी नवंबर में जैनेश्वरी दीक्षा लेंगे। प्रवक्ता पदम चन्द सोगानी ने बताया आचार्य विवेक सागर महाराज ससंघ के दर्शनाथ को पधारे सभी ब्रह्मचारी भईयाओ को मंच पर बिठाकर समिति अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, कोमल लुहाड़िया, नरेन्द्र गोधा,विनय पाटनी, राजेन्द्र पाटनी,ललित पाण्डया, सुमनेश दोसी,नीरज पाटनी, गौरव लुहाड़िया,राजेश दोसी, अंकित पाटनी,चिंटू गोधा, लोकेश ढिलवारी,अजय दोसी आदि ने माला साफा पहनाकर स्वागत अभिनन्दन किया तत्पश्चात समाज की विभिन्न महिला मण्डल, संस्थाओं, पंचायत, समितियो एवं साधर्मी बन्धुओं आदि ने नारियल,गोला,फूल मखाने, बादाम,अखरोट, किशमिश आदि सामग्री से गोद भराई कर अनुमोदना की। कार्यक्रम में विरेन्द्र बाकलीवाल, सुनील सोगानी,अशोक गोथा, ज्ञानचंद पाटनी, नितिन सेठी आदि उपस्थित थे। मंच संचालन नरेन्द्र गोधा व लोकेश ढिलवारी ने किया।
जीवन के किसी भी पल में वैराग्य उमड़ सकता है: आचार्य विवेक सागर
इससे पूर्व आचार्य विवेक सागर महाराज ने कहा संयम अनुशासन का मार्ग है,संसार में मानव जन्म लेकर अपने दायित्वों और कर्तव्यों पूरा करने में प्रयासरत रहता है लेकिन उसकी सोच में परिवर्तन हो जाता है, जिसको अपना समझता है, वह कभी अपना होता ही नहीं है और जो हमारा अपना है उसको प्राप्त करने का प्रयत्न ही नहीं करता है इसलिये यह जीव कर्मों के संयोग से महान दुःखों को प्राप्त करता रहता है, पूर्ण रूप से निर्विकल्प सुख- शांति का एक ही मार्ग है मुनि दीक्षा, इसलिए कहा जाता है कि जीवन के किसी भी पल में वैराग्य उमड़ सकता है।