शनिवार को सांयकाल णमोकार महामंत्र का पाठ एवं भजन संध्या का कार्यक्रम होगा
राजेश जैन अरिहंत/टोंक। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन नसिया चतुर्भुज तालाब के पास पुरानी टोंक में गुरुवार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी के पावन अवसर पर प्रातः क्षीर सागर से जल लाकर भगवान पार्श्वनाथ एवं चंद्रप्रभु का अभिषेक एवं शांति धारा की गई। राजेश अरिहंत ने बताया कि नसिया में प्रात: भगवान के अभिषेक एवं शांतिधारा के पश्चात भगवान पार्श्वनाथ भगवान चंद्रप्रभु भगवान शांतिनाथ का पूजन कर आचार्य विद्यासागर मुनि सुधा सागर सहित 24 तीर्थंकर भगवान को अर्ध्य एवं श्रीफल समर्पित किए गए। इस अवसर पर छुट्टनमल, अशोक जैन, अजय सोगानी, महेश चौधरी, बिट्टू कासलीवाल, गुड्डू जैन, हीरु जैन आदि ने श्री जी को अर्ध्य एवं श्री फल समर्पित किये। अजय जैन सोगानी ने बताया कि नसिया में शनिवार को सांयकाल णमोकार महामंत्र का जाप एवं भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा जिसमें स्थानीय कलाकारों अजय सोगानी, बाबू सेठी, कमल सोनी चंद्रशेखर अक्षत जैन आदि के द्वारा भजनों की प्रस्तुतिया दी जाएगी इस हेतु नसियां परिसर को सजाया गया है। इसी प्रकार अष्टमी के पावन अवसर पर गुरुवार को पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पुरानी टोंक में भगवान पार्श्वनाथ का अभिषेक एवं शांति धारा कर भगवान को अर्ध्य एवं श्रीफल समर्पित किए गए इस अवसर पर विनोद बाकलीवाल मनोज मिलाप चंद पदम कुमार हेमंत राकेश कासलीवाल अशोक बीना सारिका मुन्नी देवी सुशीला सुनीता आदि मौजूद थे। राकेश कासलीवाल ने बताया कि मंदिर में पंचमी से तीन लोक महामंडल विधान की पूजा का आयोजन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत गुरुवार को अष्टमी के पावन अवसर पर भगवान पार्श्वनाथ के श्री चरणों में 108 अर्ध्य समर्पित किए गए उक्त विधान का आयोजन भाद्रपद शुक्ल नवमी 23 तारीख तक होगा एवं इसी दिन प्रातः महा अर्ध्य चढ़ाया जाएगा तथा सांयकाल श्री जी के वार्षिक कलशाभिषेक का आयोजन होगा।