श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया
चंद्रेश कुमार जैन/श्री महावीर जी। 6 सितंबर स्थानीय श्री दिगंबर जैन आदर्श महिला संस्कृत महाविद्यालय में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से एक दिन पूर्व बुधवार को श्रीकृष्ण की लीलाओं की धूम रही। महाविद्यालय में रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम की छात्राओ द्वारा प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मुकेश शर्मा द्वारा श्री कृष्ण भगवान के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों बीएसटीसी शास्त्री व शिक्षा शास्त्री की छात्राओं ने भाग लिया, इस अवसर पर छात्राओ ने सांस्कृतिक नृत्य “मैं बरसाने की छोरी, वो कृष्णा है, मीठे रस से भरयो री राधा रानी लागे” आदि शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। छात्राओ ने राधा-कृष्ण बनकर खूब धूम मचाई। प्रधानाचार्य डॉ मुकेश शर्मा ने छात्राओ को जन्माष्टमी से अवगत करवाया। और कहा कि, अध्यात्म को व्यवहार में उतरना ही कर्म योग है। यह शास्त्र के श्लोक पर है जो हमे कर्म करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन बार बार जो फल की इच्छा करते है उन पर नही। कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि।। आपका कर्म करने में अधिकार है इनके फलो में नही। भगवद गीता का ये श्लोक तो सम्पूर्ण गीता का सार समान है, अगर आप उसे जान लोगे तो आपको दूसरा कुछ समजने की जरूरत ही नही पड़ेगी. सफलता आपके पीछे दोड़ेगी। इतना ही नही जीवन के हर क्षेत्र में जीत आप की होगी। इस अवसर पर शिक्षा शास्त्री के प्राचार्य डॉ भैरवसहाय शर्मा, वरिष्ठ अध्यापक रजनीकांत चतुर्वेदी, आनंद शुक्ला, प्रमोद शुक्ला, अशोक सिंह, मुकेश शर्मा आदि महाविद्यालय के स्टाफ उपस्थित रहे।
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाओं के साथ प्रसाद वितरित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।