सुनिल चपलोत/चैन्नई। बड़ा बनना संसार मे आसान है, लेकिन क्षमावान बनना उतना ही कठिन है। मंगलवार जैन भवन साहूकार पेठ में महासती धर्मप्रभा ने अनेक श्रध्दांलूओ को धर्मसभा मे धर्म उपदेश देते प्रदान करते हुए कहा कि इंसान के पास सब सुविधाएं है लेकिन उसमे गलतियों को स्वीकार करना और क्षमा करने का गुण नहीं है तो वह जीवन मे महान नहीं बन सकता है। क्षमा वहीं व्यक्ति कर सकता है। जिसके मन मे छल और कपट नहीं होगा वो मनुष्य ही क्षमा कर सकता है।संसार मे बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है पर अच्छा आदमी बनना उसे भी बड़ी बात है। हम धनवान बनें, यह हमारे कोई बड़ी बात नहीं हैं, लेकिन हम इंसान बन जाएं यह हमारे लिए सबसे बड़ी बात होगी। आज का व्यक्ति अपनी इंसानियत खोता जा रहा है।और अपनी तिजोरियो को बड़ी से बड़ी करता जा रहा हैं लेकिन अपने दिल छोटे से और छोटे करता जा रहा हैं। हमारी सोच और रिश्ते सिकुड़ते जा रहे हैं। क्षमा जीवन का वह गुण है जिससे इंसान सब को जीत सकता है और सभी को अपना बना सकता है।साध्वी स्नेहप्रभा ने कहा की क्रोध इंसान को शैतान बनाता है,और क्षमा इंसान को महान बनाती है।क्षमा मांगने से इंसान छोटा नहीं बनता है बल्कि अच्छा और महान इंसान बनता है।व्यक्ति ने क्षमा करना और क्षमा मांगना दोनों सीख लिए हो, उसे जीवन मे कभी भी रिश्तो को निभाने में कभी समस्या नहीं आने वाली है क्षमा वो शस्त्र है जिससे इंसान दुश्मन को दोस्त बना सकता है और क्रोध वो शस्त्र जिससे दुश्मन बना सकता है। श्री एस.एस.जैन संघ साहूकार पेठ के कार्याध्यक्ष महावीर सिसोदिया ने बताया कि अनेक भाई और बहनों ने आयंबिल एकासन और उपवास आदि के प्रत्याख्यान लिए जिनका संघ के महामंत्री सज्जनराज सुराणा,हस्तीमल खटोड़,बादल कोठारी सुरेश डूगरवाल,सुभाष कांकलिया, जितेन्द्र भंडारी, माणक खाबिया, महावीर कोठारी, शांतिलाल दरडा आदि पदाधिकारियों और श्री एस.एस.जैन.संस्कार महिला शाखा की अध्यक्षा सपना ललवानी आदि सभी ने तपस्यार्थीयो के तप की अनूमोदना करते हुए शब्दों से स्वागत किया गया। बुधवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर साध्वी धर्मप्रभा के विषेश प्रवचन सभा के साथ वासुदेव श्री कृष्ण के विविध रूप का बच्चों के द्वारा मंचन किया जाएगा।