नैनवां की बालिकाओ ने दी भक्ति नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति, 48 दिवसीय भव्य आयोजन का सोमवार को होगा समापन
अनिल पाटनी/अजमेर। आचार्य विवेक सागर महाराज ने कहा कि धर्म के बिना नर जीवन की सार्थकता नहीं है, प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अधर्म,पाप कार्यों से दूर रहना चाहिए। आचार्य महाराज ने कहा कि हमें धार्मिक कार्यों के लिए अपना समय निकालना चाहिए, धार्मिक क्रियाएं करने का एक ही लक्ष्य होना चाहिए कि मेरी कषाय कम हो, मेरे कदम पाप कार्यों की ओर न बढे़ं,मेरे कदम व्यसनों की ओर न बढ़ें, तभी धार्मिक क्रियाएं करना सार्थक है।
इससे पूर्व 48 दिवसीय भक्तामर स्तोत्र आयोजन में मंगल कलश स्थापना एवं मांगलिक क्रियाए प्रेमचंद – अनिल पहाड़िया परिवार ने सम्पन्न की।
नैनवां की बालिकाओ ने दी भक्ति नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति
पदम चन्द सोगानी ने बताया प्रात आयोजन में नैनवां से पधारी विवेक सागर पाठशाला की नन्ही बालिकाओं ने भक्ति नृत्यमय मंगलाचरण की सुन्दर प्रस्तुति दी इनका समिति के अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, नितिन दोसी,विनय पाटनी, लोकेश ढिलवारी ने अभिनन्दन पत्र देकर स्वागत किया।