Sunday, September 22, 2024

तप आत्म शुद्धि का मार्ग है: साध्वी श्री शांता कुमारी जी

अमित गोधा/ब्यावर। जय चौथ भवन विनोद नगर में युग प्रधान,महातपस्वी, आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी श्री शांता कुमारी जी के सानिध्य में छवि रांका के 31 दिन उपवास के अवसर पर मासखमण तप अनुमोदना का कार्यक्रम आयोजित किया गया। तेरापंथ सभा के मंत्री रमेश श्रीश्रीमाल ने बताया कि नमस्कार मंत्र के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। सिद्धि जैन द्वारा मंगलाचरण एवं जया सुराणा ने महिला मंडल की तरफ से तप अनुमोदना की गई। वरिष्ठ श्रावक रिद्ध करण श्रीश्रीमाल ने छंद के साथ और मनीष रांका ने अपनी भतीजी को इतनी कम आयु में मासखमण तपस्या करने की बधाई देते हुए आगे बढ़कर नया कीर्तिमान रचने की प्रेरणा प्रदान की। बहन खुशी रांका ने बहन के तप का गुणगान किया। गौतम गोखरू ने साध्वी प्रमुखा श्री जी के संदेश का वाचन किया। साध्वी तीर्थ प्रभा जी ने मुक्तको, महिला मंडल ने गीतिका के साथ तप का अनुमोदन किया। साध्वी ललित यशाजी ने सुंदर गीत के द्वारा बधाई दी। शासन श्री साध्वी चंद्रावती जी ने अपनी ओजस्वी वाणी द्वारा तप से संयम पथ पर अग्रसेन होने की प्रेरणा दी। साध्वी श्री शांता कुमारी जी ने तप को मंगलमय और आत्म शुद्धि का मार्ग बताते हुए जिनशासन के प्रभाव का हेतु बताते हुए छवि रांका को 31 उपवास के प्रत्याख्यान करवाये। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भीलवाड़ा निवासी दिलीप जी रांका थे। मंत्री रमेश श्री श्री माल ने तप की अनुमोदना करते हुए आगंतुक सभी का आभार व्यक्त किया। संपूर्ण जैन समाज की उपस्थिति में कार्यक्रम का कुशल संचालन कवियत्री सलोनी भटेवरा ने किया। तेरापंथ सभा, महिला मंडल व युवक परिषद द्वारा तपस्वी को सम्मानित किया गया।

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