जयपुर। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घीलोठ की चारदीवारी का निर्माण प्रो. डा. मालती गुप्ता पूर्व विभागाध्यक्ष बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग सवाईमान सिंह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जयपुर के सहयोग से लाला काशीराम किस्तूरी देवी गुप्ता मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा करवाया गया। जिसका उद्धघाटन 01-09-2023 को विद्यालय के निर्माता, संस्थापक, दानदाता व सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी कर्मयोगी भूतपूर्व सांसद परम श्रद्धेय स्व. लाला काशीराम जी गुप्ता की 116 वीं जयंति के अवसर बड़े हर्षोल्लास से किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. सुनील रस्तोगी , प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ एवं निदेशक , निम्स अलवर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर , अलवर, विशिष्ट अतिथि सुश्री रेणु गुप्ता एम.डी. जे पी इंडस्ट्रीज मार्बल स्टोन अलवर, सुश्री अलका गुप्ता डायरेक्टर माडर्न हुंडई ,अलवर, एवं ध्रुव सत्य गुप्ता , एम.डी. , माडर्न हुंडई, अलवर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता परमानंद यादव, सरपंच , घीलोठ ने की। प्रधानाचार्य कालूराम सिरोहीवाल द्वारा स्व. लाला काशीराम जी के जीवन चरित्र व उल्लेखनीय कार्यों पर प्रकाश डाला गया एवं कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया तथा स्व. लाला काशीराम जी की सुपुत्री पूर्व प्रो. डॉ. मालती गुप्ता ( सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जयपुर ) द्वारा विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस पर विमोचित कविता “आग और पानी ” के पोस्टर के माध्यम से सम्पूर्ण विद्यार्थियों, शिक्षकों व ग्रामीणों को आग से जल जाने पर किस प्रकार प्राथमिक उपचार किया जाये इस विषय पर जानकारी दी गई तथा प्रो. डॉ. मालती गुप्ता का सन्देश पढ़कर सुनाया। विद्यालय परिसर मे मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा स्व. रमन गुप्ता की स्मृति मे बास्केटबाल कोर्ट बनाने और छोटे बच्चो के लिए झूले लगवाने की घोषणा की गई। इस अवसर पर मेहताब सिंह चौहान पूर्व सरपंच प्रतिनिधि, रविंद्र प्रसाद पंचायत समिति सदस्य ,सुनील कुमार अध्यक्ष सहकारी समिति , अनुबाला चौहान व्याख्याता, अंजु , कविता, मधु, नवल सिंह, जय सिंह, सत्यवीर सिंह, दिनेश, दीपक, मुन्शीराम ,विनोद, सत्य नारायण , जोगेंद्र, राजेन्द्र मेहता, दीपक सोनी एवं समस्त स्टाफ और एसडीएमसी सदस्य सत्यवीर सिंह यादव, राकेश सिंह चौहान, वीर सिंह मिस्त्री, सुरेश एवं लक्ष्मण प्रसाद सेवानिवृत उप निदेशक शिक्षा विभाग, परशराम सेवानिवृत अध्यापक , धर्मवीर , देवदत्त उपस्थित थे I