हजारों श्रद्धालुओं ने महामस्तकाभिषेक कर चढ़ाया लाडू और कियें दीप प्रज्ज्वलित
राजेश रागी/रत्नेश जैन. बकस्वाहा। तहसील अंतर्गत सुविख्यात श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र (रेशंदीगिरि) नैनागिरि (बुन्देलखण्ड) में भगवान पारसनाथ का महामस्तकाभिषेक एवं 2800वां निर्वाण महोत्सव हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विविध कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया गया , जिसमें भगवान पारसनाथ का हजारों श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से 2800 कलशों से महामस्तकाभिषेक, शांतिधारा कर लाडू चढ़ाया एवं 2800 दीपक प्रज्वलित कर महाआरती का सौभाग्य प्राप्त किया । इस एतिहासिक कार्यक्रम में श्रद्धा व भक्तिभाव का दृश्य अदभुत रहा। न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जैन भोपाल तथा उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी एवं अभा जैन पत्र संपादक संघ के अध्यक्ष शैलेंद्र जैन अलीगढ़ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस महोत्सव में। जैन तीर्थ नैनागिरि के अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस ने तीर्थक्षेत्र का ऐतिहासिक परिचय और क्षेत्र पर स्थित उल्लेखनीय कार्यों तथा चल रहे व होने बाले कार्यों को बताया।इस अवसर पर बुंदेलखंड के अलावा देश के विभिन्न प्रांतो से आयें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर महामस्तकाभिषेक, शांतिधारा व निर्वाण लाडू चढ़ाकर महाआरती तथा तीर्थ वंदना का सौभाग्य प्राप्त किया, जिसमें मुख्य रूप से शोभित कुमार गंगवाल अहमदाबाद, पीयूष जैन सतना, संतोष कुमार जयकुमार बैटरी वाले सागर, अभिलाष जैन बम्हौरी वाले भोपाल, रविंद्र कुमार रामराजा कंस्ट्रक्शन पृथ्वीपुर, अनिल जैन भोपाल, शैलेंद्र जैन अलीगढ़ अध्यक्ष उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी , सौरभ बूंद सागर, ऋषभ कुमार ऋषि कुमार सुनवाहा वाले बकस्वाहा, समोसारण यात्रा संघ महेंद्र कुमार एलआईसी इंदौर, मनीष कुमार कमल कुमार पथरिया, हुकमचंद कोमलचंद दीपक कुमार कदवां बण्डा ,जितेंद्र मृगनयनी टीकमगढ़, आशीष जैन महावीर एक्स-रे दमोह, ब्रह्म. विद्या दीदी, प्रदीप कुमार सागर, आशीष कुमार रजपुरा, जयकुमार पुरा दमोह, इंजी. उमेश छतरपुर, डा.श्रेयांस जैन ककरवाहा परिवार आदि शामिल रहे ।
इस अवसर पर लाडू सजाओ प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें क्षेत्रीय विभिन्न नगरों के महिला संगठन व महिलाओं ने हिस्सा लिया, जिसमें प्रथम स्थान विद्यासागर महिला मंडल दलपतपुर, द्वितीय कु. रजनी जैन दलपतपुर , तृतीय स्थान श्रीमती नेहा डॉ. राजेंद्र दलपतपुर के साथ ही 12 सांत्वना पुरस्कार तीर्थ क्षेत्र कमेटी द्वारा प्रदाय कर पुरुस्कृत किया गया।
जैन तीर्थ नैनागिरि कमेटी के मंत्री देवेन्द्र लुहारी ने बताया कि 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ का 2800वां निर्वाण महोत्सव इस बार विशेष रूप से वरदत्तादि पंच ऋषिराजों की निर्वाण भूमि नैनागिरि में 2800 कलशों से विशेष महामस्तकाभिषेक व निर्वाण लाडू और दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ आयोजित करने का उद्देश्य रहा कि भगवान पारसनाथ का 2800 वर्ष पूर्व बुंदेलखंड के तीर्थों में इस इकलौते जैन तीर्थ पर कई बार समवशरण आया और दिव्य देशना / उपदेश हुआ । उनकी इस स्मृति को स्थाई बनाए रखने हेतु चौवीसी जिनालय में उनकी तदाकार शरीर के अनुसार दुनिया की इकलौती मनोज्ञ आकर्षक भव्य प्रतिमा यहां विराजमान कराई गई और पारस सरोवर में समवशरण रचना का मंदिर संतशिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा आशीर्वाद से निर्मित कराया गया और उन्ही के ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठा कराई गई , जल मंदिर के समक्ष पारसनाथ के बारह भव को चित्रांकित कर भव्य विशाल मानस्तंभ किया गया,इसके साथ ही गिरिराज की 14 एकड़ भूमि में विशाल भव्य देशना स्थली बनाई जा रही है ,जिसके उपक्रम में 04 दिसम्वर से त्रिमूर्ति जिनालय की पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
इस मौके पर स्मृति स्वरूप धातु का दीप प्रदाय कर सभी अतिथि, दानदाता, सहयोगी, समाजसेवी, तीर्थ व मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि व तीर्थ भक्तों का अभिवादन , धन्यवाद आभार जैन तीर्थ नैनागिरि कमेटी के ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस, मंत्री राजेश रागी व प्रबंध अध्यक्ष डा. पूर्णचंद्र व मंत्री देवेन्द्र लुहारी सहित ट्रस्ट व प्रबंध समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने किया।