प्रकाश पाटनी/भीलवाड़ा। यश विहार के पीछे श्रुत स॔वेगी मुनिश्री आदित्य सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर एवं सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में भव्य जैन मंदिर का शिलान्यास समारोह 27 अगस्त प्रातः हषौल्लास एवं उत्साहपूर्वक के साथ संपन्न हुआ। जयकारों से सारा वातावरण गूंज उठा। मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि जो धनी जिन बिम्ब के साथ जिन मंदिर निर्माण कार्य करवाता है। वह पुण्य रूपी फल प्राप्त करते हैं। इससे बड़ा पुण्य नहीं है। मंदिर में जब तक नित्य पूजादी होती रहती है,उसके कर्ताओं को धर्म की प्राप्ति होती रहती है। मुनि श्री ने कहा कि जिन धर्म की वृद्धि से अच्छे कर्म का बन्ध होता है। भव्य पुरुषों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार जिन मंदिर बनवाने में सहयोग करना चाहिए। प्रारंभ में त्रिलोक चंद, सौरभ छाबड़ा परिवार ने विधि- विधान से मंत्रोच्चारण द्वारा ध्वजारोहण किया। इस उपरांत मुनिश्री आदित्य सागर जी महाराज ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य बा.ब्र.पीयूष भैया एवं पदमचंद काला के निर्देशन में घीसालाल- श्रीमती विमला झाझरी परिवार ने मुख्य शीला नवीन निव में रखी। दूसरे क्रम में देवीलाल बाकलीवाल, सोहनलाल गंगवाल, श्रीमती शांति देवी चौधरी, श्रीमती उर्मिला देवी लुहाडिया, माणक चंद गोधा परिवारजनों ने शिलाऐ रखी। श्रीमती शकुंतला नंदलाल कोठारी, लक्ष्मीकांत जैन, रूपेश कुमार कासलीवाल, भागचंद गोधा,कमल कुमार शाह परिवारजनों ने नवीन निव में कलशो की स्थापना करी। मूल नायक पार्श्वनाथ स्फटिक मणि की 6 फीट ऊंची पद्मासन प्रतिमा दिनेश कुमार सुरेश कुमार सेठिया परिवार द्वारा नवीन वेदी पर विराजित होगी। गुलाबचंद, मनीष शाह परिवार द्वारा मूल वेदि बनाने का सौभाग्य प्राप्त किया। अचल यंत्र की स्थापना संपत लाल, मुकेश सेठिया परिवार ने की। इसके अलावा चांदी का फावड़ा, गेती, करणी, तगारी, पारा, बाल्टी, संबल, गेज, सिक्के, पांच रत्न, दीपक, स्वर्ण ईट, रजत ईट, ताम्र ईट, शिखर की मिट्टी श्रेष्ठीजनो द्वारा निव में स्थापित किया। इस अवसर पर भामाशाह एवं सहयोग कर्ताओं का सम्मान किया गया शुरुआत में तिलक नगर महिला मंडल ने मंगलाचरण किया। सभी मंदिरों के पदाधिकारीगणो द्वारा चित्र अनावरण, दीप प्रजनन किया। पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर एवं सेवा ट्रस्ट तिलक नगर ने मुनि ससंघ का पादपक्षालन किया। तिलक नगर महिला मंडल एवं जैन महिला एकता मंच ने मुनिससघ को शास्त्र भेंट किये। प्राची जैन ग्रुप ने भक्ति नृत्य द्वारा ईस वंदना की। ट्रस्ट के सचिव सोमेश जैन ने बताया कि मंदिर में मूल नायक पार्श्वनाथ भगवान, बहु मंजिला मंदिर में ग्राउंड फ्लोर में प्रवचन होल तथा साधु साधना कक्ष, प्रथम तल पर मूलनायक वेदी,चौबीसी वेदी तथा नवग्रह वेदी बनेगी। द्वितीय तल पर शिखर मंदिर में वर्तमान मूल नायक भगवान तथा उनकी वेदी बनेगी। मंदिर में लिफ्ट वह अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी। ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश सेठिया ने सभी सहयोगियों के प्रति आभार, धन्यवाद स्थापित किया।