जयपुर। सप्ताह में दो दिन रात्रि क़ालीन कटोती के कारण उद्योगों के सामने बहुत बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा एक तरफ़ राजस्थान में पेट्रोल व डीज़ल की रेटे पड़ोसी राज्यो की तुलना में ज़्यादा है बिजली पर फ्यूल सरचार्ज हटाया नहीं जा रहा है दूसरी तरफ़ उद्योगों पर सप्ताह में दो बार रात्रिकालीन बिजली कटौती से उद्योगों को चलाने में बहुत बड़ा संकट का सामना करना पड़ेगा। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में प्रीतमपुर इंडस्ट्रियल एरिया इस बात का उदाहरण है कि आज वहाँ पर उद्योग धंधे निरंतर प्रगति कर रहे हैं और हमारे यहाँ पर राजस्थान में सरकार की ग़लत नीतियों के कारण उद्योग धंधे निरंतर प्रभावित हो रहे हैं। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल व महामंत्री सुरेन्द्र बज ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माँग की है कि प्रदेश में उद्योगो के लिए बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की जाए जिससे उद्योग धंधों को इस तरह के संकट का सामना न करना पड़े इस पर माक़ूल स्थायी नीति बनायी जाए।