अनिल पाटनी/अजमेर। श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के तत्वावधान में जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव, आचार्य विवेक सागर महाराज का 31 वा मुनि दीक्षा एवं 28 वां आचार्य पदारोहण दिवस बुधवार को पंचायत छोटा धड़ा नसियां जी पर धूमधाम से मनाया गया। आचार्य महाराज ने कहा आज गुरु के प्रति उपकार व श्रद्धा समर्पण का दिन है,आज के दिन मुझ पर गुरु की कृपा बरसी थी और गुरु ने मुझे अपने जैसा बना लिया था, आप पर भी ऐसी कृपा बरसे, उन्होंने कहा पर से निज में आने का नाम दीक्षा है ,एक अबोध बालक की तरह छल कपट से रहित सरल सहज हो जाना ही दीक्षा है,आचार्य श्री ने अपने दीक्षा गुरु आचार्य सुमति सागर महाराज को नमन करते हुए उनके प्रति अपनी विनयांजलि प्रस्तुत की ।
इससे पूर्व भगवान पार्श्वनाथ निर्वाणोत्सव के अवसर पर आचार्य महाराज ने कहा मोक्ष की प्राप्ति का एक मात्र उपाय है मोह का परित्याग, जिस प्रकार भगवान पार्श्वनाथ ने अनेक उपसर्गों को सहन करते हुए कठिन तपस्या की एवं मोह का त्याग कर अपने जीवन में समता का निर्माण किया एवं मोक्ष को प्राप्त किया,उसी प्रकार हर श्रावक को भी मोह छोड़ना होगा तभी आत्मा का कल्याण होगा।
मुनि दीक्षा एवं आचार्य पदारोहण दिवस पर गुरु पूजा में अर्घ समर्पित
पदम चन्द सोगानी ने बताया आचार्य विवेक सागर महाराज का 31 वा मुनि दीक्षा व 28 वें आचार्य पदारोहण दिवस को स्थानीय एवं दूरदराज से पधारे सैकड़ों भक्तो ने हर्षोल्लास से मनाया इस अवसर पर 16 महिला समिति, संगठन एवं मन्दिर समितियों ने संगीतमय गुरु पूजा में भक्ति नृत्य करते हुऐ आचार्य महाराज के चरणों में अर्घ समर्पित किये। इससे पूर्व दीप प्रज्वलन,शास्त्र भेंट,पाद प्रक्षालन कैलाश चन्द बाकलीवाल ,माणक चन्द पदम चन्द गंगवाल, सुशील-दीपक बाकलीवाल परिवार ने की। मंगलाचरण में भक्ति नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति नन्ही बालिकाएं कु.श्रेया व आर्या पाटनी ने दी। मंच संचालन नरेन्द्र गोधा, लोकेश ढिलवारी व अंकित पाटनी ने भजन गाये। आचार्य महाराज के दीक्षा एवं आचार्य पदारोहण दिवस पर संध्स्ध मुनि वैराग्य सागर, मुनि अर्चित सागर,ऐलक विप्रमाण सागर, बा.ब्रह्मचारणी बहन ने गुणानुवाद में अपने विचार रखे एवं समाज के गणमान्य ने इन्दर चन्द गोधा, प्रो. सुशील पाटनी, नेमीचंद पाटनी , राजकुमार गोधा, बंटी गदिया, मनीष गदिया, अतुल ढिलवारी, मिश्रीलाल गदिया ने भी आचार्य महाराज के प्रति गुणानुवाद में अपने विचार रखे ।
23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान निर्वाण दिवस पर श्री तीर्थराज सम्मेद शिखर की मनमोहक प्रतिकृति पर निर्वाण मोदक समर्पित
पदम चन्द सोगानी ने बताया 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव के तहत जिनेन्द्र अभिषेक, शान्तिधारा तत्पश्चात निर्वाण काडं का पाठ कर सम्मेद शिखर की सुन्दर प्रतिकृति पर भगवान पार्श्वनाथ को 5 विशेष निर्वाण मोदक सहित 51 किलो के मोदक मे मुख्य मोदक देवेन्द्र – आशारानी बाकलीवाल, प्रवीण – नीशा जैन,अशोक – चिंतामणि गोधा एवं विशेष मोदक पारसमल बाकलीवाल परिवार सहित सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने निर्वाण मोदक समर्पित किए सभी पुण्यार्जक परिवारजन का समिति अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल,विनय पाटनी, ललित पाण्डया, नितिन दोसी आदि ने अभिनन्दन पत्र देकर स्वागत किया ।