गुंसी, निवाई। 23वें तीर्थेश भगवान पार्श्वनाथ जी के मोक्षकल्याणक के शुभ अवसर पर श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी में 23 किलो का निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया । गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी के सान्निध्य में अभिषेक , वृहद शान्तिधारा , पूजन , जाप का आयोजन हुआ । प्रभु भक्तों ने 1 – 1 किलो के 23 लड्डू समर्पित किये । 23 किलो का निर्वाण लड्डू चढ़ाने का सौभाग्य विनोद मोटुका वाले , महावीर पहाड़ी वालों को प्राप्त हुआ ।
इसी अवसर पर रमेशचंद किशनगढ़ एवं कैलाशचंद दिल्ली वालों ने शांति विधान रचाकर शांति प्रभु की आराधना की। गुरु माँ ने श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि – जीवन में जहाँ पापों का निर्माण बंद हो गया वही निर्वाण का प्रारम्भ है । क्रोध , मान , माया , लोभ रूपी बाणों से रहित होना ही निर्वाण कल्याणक है । भगवान पार्श्वनाथ जी ने समता रूपी सशक्त विद्या के बल से पाप कर्मों का ध्वंस कर निर्वाण को प्राप्त किया । उसी मोक्ष की आराधना व भक्ति करके हम अपने जीवन में ऊंचाईयों को प्राप्त कर मुक्ति को प्राप्त कर सकते हैं ।