तीर्थंकर पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक भी मनेगा भव्य रूप मे
जयपुर। गृह जीवन त्याग दीक्षा लेने के भाव जाग गए। अपने अहम् के विसर्जन और समर्पण की अद्भुत बेला नजदीक आती जा रही है।जब बुधवार दिनांक 23 अगस्त 2023 को प्रातः 9.00 आमेर के पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर फागी वाला में जिस समय राजकुमार गंगवाल जयपुर शहर के नजदीक ही चौमू- घिनौई ग्राम के निवासी, अपने भावों की शब्दांजलि परम पूज्य उपाध्याय भगवन्त 108 श्री उर्जयन्त सागर जी महाराज के चरणों में निवेदन करेंगे। “मैं अंतिम तीर्थंकर भगवान श्री वर्धमान स्वामी के द्वारा प्रारूपित अनादिकालीन श्रमण धर्म की शरण को स्वीकार करता हूं मैं समस्त पूर्व आचार्यों की शरण को स्वीकार करता हूं । पूज्य महाराज श्री मुझे जिनेश्वरी दीक्षा देकर प्रभु वर्धमान स्वामी के मार्ग पर अग्रसारित करने की कृपा करें।” चातुर्मास व्यवस्था समिति के प्रचार संयोजक रमेश गंगवाल ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक के पावन अवसर पर वात्सल्य रत्नाकर आचार्य श्री 108 विमल सागर जी मुनिराज के अंतिम दीक्षित शिष्य पूज्य उपाध्याय श्री ऊर्जयंत सागर जी मुनिराज के कर कमलों से 1008 श्री पार्श्वनाथ स्वामी दिगंबर जैन मंदिर फागी वाला आमेर में क्षुल्लक दीक्षा ग्रहण करेंगे। श्री ऊर्जयंत सागर चातुर्मास व्यवस्था समिति के मुख्य संयोजक रूपेंद्र छाबड़ा ने बताया-दिनांक 22अगस्त मंगलवार को प्रातः9 बजे अभिषेक , शांति धारा के पश्चात 9.30 बजे दीक्षार्थी ब्रह्मचारी जी की मंगल स्नान विधि का कार्यक्रम होगा। पश्चात आहारचार्य के बाद 1.00बजे गणधर वलय विधान का आयोजन होगा। 4.00 बजे दीक्षार्थी की मेहंदी का कार्यक्रम होगा। सायंकाल 7.30 बजे नेमी नाथ जिनालय सांवला जी के मंदिर आमेर से दीक्षार्थी की बिंदोरी निकली जाएगी। दिनांक बुधवार 23अगस्त 2023 को प्रातः 7.30 बजे भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण महोत्सव मनाते हुए निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। प्रातः 9.00 बजे से दीक्षा विधि के समस्त मांगलिक कार्यक्रम आरंभ होंगे। दोपहर 1.30. बजे कल्याण मंदिर विधान का आयोजन होगा। चातुर्मास व्यवस्था समिति के महामंत्री दौलत जैन फागी वाला ने बताया मध्यान्ह में 3.30 बजे उपाध्याय भगवन्त श्री ऊर्जयंत सागर जी महाराज की 47वीं जन्म जयंती महोत्सव समारोह के अंतर्गत विनयान्जली सभा होगी। सायंकाल 7.00 बजे महा आरती का कार्यक्रम होगा।