जयपुर। आमेर नगर की धरा पर भगवान पार्श्वनाथ जिनालय में आज प्रातः बेला में भगवान नेमिनाथ के जन्म कल्याणक एवं तप कल्याणक महोत्सव में श्री जी का पंचामृत अभिषेक हुआ । गुरुदेव के मुखारविंद से शांति धारा उच्चारित हुई संसार के समस्त प्राणियों के लिए शांति और मंगल की कामना की गई। उक्त जानकारी देते हुए प्रचार संयोजक रमेश गंगवाल ने बताया दीक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत दीक्षार्थी महानुभाव का मंगल स्नान एवं हल्दी तथा मेहंदी का कार्यक्रम संपन्न हुआ। संध्या समय श्री दिगंबर जैन मंदिर नेमी नाथ स्वामी सांवला जी से दीक्षार्थी महानुभाव की भव्य बिंदोरी यात्रा निकाली गई, दीक्षार्थी भैय्याजी ने उपस्थित जनों को प्रभावना अपने कर कमलों से दी। नगर के निवासियों ने जय जयकार करते हुए दीक्षार्थी महानुभाव को साष्टांग प्रणाम किया और उनके वैराग्य भावना की अनुमोदना की। चातुर्मास व्यवस्था समिति के मुख्य संयोजक रुपेंद्र छाबड़ा ने बताया गुरुदेव ने दीक्षार्थी महानुभाव से कहा मन को थकाने वाला कार्य नहीं करना चाहिए ।आहार से निवृत होकर मन को सजग और शांत रखना चाहिए। ताकि समायिक उत्साह पूर्वक हो सके। सामायिक साधना की एक कसौटी है, सामायिक में एकाग्रता जितनी होगी, साधना का आनंद भी उतना ही अद्भुत होगा। साधना का यही आनंद ज्ञान में निखार लायेगा तथा महावीर पथ की ओर अग्रसारित करेगा।