मंत्रों का मंत्र है, महामंत्र नवकार: साध्वी प्रितीसुधा
भीलवाड़ा। मंत्रों मे मंत्र है,महामंत्र नवकार। मंगलवार अहिंसा भवन शास्त्री नगर मे साध्वी प्रितीसुधा ने आयोजित धर्मसभा मे सैकड़ों श्रध्दांलूओ सम्बोधित करतें हुए कहा कि नवकार मंत्र की जो व्यक्ति जप और साधना करता है और शरण ले लेता उसके जीवन कि हर बांधा और विपदा दूर हो जाती है ।महामंत्र अनादि है मंत्र है क्योंकि यह अभेद्य मंत्र है। इस मंत्र मे कामना नहीं केवल सद्भावना छिपी हुई है। सर्व श्रेष्ठ मंत्र महामंत्र नवकार नियमित रूप जो इंसान इसका सुमिरन करता है उसके संकट दूर हो जाते और जीवन मे सफलता के साथ वो.आत्मा को पवित्र बना सकता है। इसदौरान धर्मसभा मे चितौड़गढ़, जोधपुर पाली सोजतसिटी आदि क्षैत्रो और उपनगरों से पधारे अनेक अतिथीयो का अहिंसा भवन के आध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल,अशोक पोखरना,हेमन्त आंचलिया,सुशील चपलोत, रिखब चन्द पीपाड़ा एवं चन्दबाला महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल,मंजू पोखरना,संजूलता बाबेल,उमा आंचलिया, रजनी सिंघवी आदि सभी ने शोल माला पहना कर अतिथीयो का स्वागत सम्मान किया। प्रवक्ता निलिष्का जैन ने बताया कि दिव्य विभूति श्रमण सूर्य मरूधर केसरी मिश्रीमल जी म.सा. एवं लोकमान्य संत शैरे राजस्थान रूपमुनि महाराज का जन्म जयंती समारोहों पंच दिवस कार्यक्रम दिनांक 23 अगस्त से 27 अगस्त तक अहिंसा भवन मे जन्म जयंती मनाई जाएगी जिसमे सर्व प्रथम बुधवार को एकासन दिवस, गुरूवार को भिक्षू दया,24 तारीख को सहजोड़े जाप एवं 25 अगस्त को तीन – तीन सामायिक तथा 27 अगस्त गुणगान समारोहों अहिंसा भवन शास्त्री नगर मे महासती प्रितीसुधा के सानिध्य मे भव्य रूप मे जन्म जयंती मनाई जाएगी।
प्रवक्ता निलिष्का जैन, भीलवाड़ा