फ़रीदाबाद। अमृता हॉस्पिटल परियोजना में विगत 6 वर्षो से अधिक समय से कार्यरत, पूज्य अम्मा के अनुरागी पुत्र इंजिनियर अरुण जैन के सामाजिक अंग्रेजी उपन्यास डेस्टिनी का लोकार्पण अमृता हॉस्पिटल के प्रांगण में सम्पन्न हुआ। 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित भव्य व गरिमामय कार्यक्रम में डेस्टिनी का लोकार्पण अमृता हॉस्पिटल के प्रशासनिक निदेशक पूज्य स्वामी निज़ामृतानंद पुरी जी, स्वामी मोक्षामृतानंद जी, स्वामी स्वरूपामृतानंद जी, संस्था के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ प्रेम नायर, चिकित्सा निदेशक डॉ संजीव सिंह, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ कर्नल बी. के. मिश्रा व मुख्य सुरक्षा अधिकारी अशोक कुमार ने उपस्थित विशाल जन समूह के मध्य किया।
उपन्यास के बिषय में बताते हुए जैन ने कहा कि डेस्टिनी उनके 2005 में प्रकाशित हिंदी उपन्यास संजोग का अंग्रेजी रूपांतरण है. संजोग के कई संस्करण प्रकाशित हुए व रेल मंत्रालय का 2007 का प्रतिष्ठा पूर्ण प्रेमचंद पुरस्कार इस कृति को मिला था.संजोग एक प्रणय गाथा के साथ साथ ओड़िशा के सौंदर्य की कृति है जिसमें बहुत सारी अनुरागी विधाएं समाहित हैं. कर्त्तव्य निर्वहन, सामाजिक दायित्व व बहुमुखी विकास की कहानी है इस कृति में। डेस्टिनी का प्रकाशन देश के प्रतिष्ठित संस्थान नोशन प्रेस चेन्नई ने किया है. यह उनकी 15 वीं कृति है, इसके पूर्व कविता, कहानी, उपन्यास, बाल उपन्यास, बाल गीत, अध्यात्म पर उनकी कई कृतियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं।
स्वामी निजामृतानंद जी पुरी ने कहा कि श्री अरुण जैन अमृता परिवार के समर्पित सदस्य हैं जिनमें मानवीय संवेदनाओ की निधि समाहित है. इनके कार्य व सेवाएं प्रसंशनीय हैं. सभी उपस्थित महानुभावो ने अरुण जैन को उनकी इस कृति पर बधाई दी। जैन ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय पूज्य अम्मा की असीम अनुकम्पा व स्वामी जी के आशीर्वाद को दिया। कार्यक्रम में अमृता हॉस्पिटल परिवार के सभी विभागों के सदस्य उपस्थित थे जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के गौरव शाली ध्वजारोहण कार्यक्रम में सहभागिता की।