गुंसी, निवाई। गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ने प्रवचन देते हुए कहा कि असन्तुष्टि से हमें मिली खुशी भी छिन जाती है। इसके विपरीत जहाँ भी हम संतुष्ट हुये तो जीवन हमें जो नही देता, उसके द्वार भी खुल जाते हैं। जीवन एक प्रवाह है, उसमें लाभ – अलाभ, सुख – दुःख आते रहेंगे। परंतु हर परिस्थिति में जो संतुष्ट रहता है उसके लिए सुख का द्वार हमेशा खुला रहता है। श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी, जिला – टोंक (राज.) में निर्माण कार्य प्रगति पर है। आस – पास के स्थानों से प्रतिदिन यात्रीगण दर्शनार्थ पहुंचकर शांतिधारा व शांतिविधान करने का सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं। आगामी 20 अगस्त 2023 रविवार को हरकचंद कोटखावदा वालों का श्री 1008 शांतिनाथ महामण्डल विधान का भव्य आयोजन बड़े ही ठाठ – बाट से किया जायेगा। गुरु माँ के श्रीमुख से शांतिप्रभु की शांतिधारा करने का सौभाग्य महेश, नरेंद्र बूंदी, सुरेंद्र जयपुर, निर्मल कोटा वालों को प्राप्त हुआ।