डायबिटीज बहुत ही जटिल स्थिति है जिसमें कई तरह की बीमारियां लग जाती हैं। भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। वर्तमान में करीब 8 करोड़ लोगों को डायबिटीज है और अनुमान के तहत 2045 तक भारत में 13 करोड़ से ज्यादा लोग डायबेटिक होंगे। इसलिए भारत को कैपिटल ऑफ डायबिटीज कहा जाने लगा है। डायबिटीज होने का संबंध आमतौर पर लोग चीनी खाने से जोड़ते हैं. ऐसा माना जाता है कि चीनी ज्यादा खाने से ब्लड शुगर की बीमारी होती है। लेकिन क्या यह सच है? एंडोक्राइनोलॉजी और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रिचा चतुर्वेदी कहती हैं अगर पैनक्रियाज हेल्दी है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। हम सब जानते हैं कि डायबिटीज लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है और इस स्थिति में खून में शुगर का लेवल बढ़ जाता है। अगर लाइफस्टाइल को ठीक कर लिया जाए तो इससे ब्लड शुगर को खात्म किया जा सकता है।
क्या सच में चीनी खाने से डायबिटीज होता है
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट इंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. रिचा चतुर्वेदी कहती हैं कि अगर आप ज्यादा चीनी खाते हैं या ज्यादा मिठाई खाते हैं तो शुगर को एनर्जी में बदलने के लिए पैंक्रियाज को ज्यादा इंसुलिन बनाना पड़ेगा। ऐसे में यदि आपका पैंक्रियाज हेल्दी है, उसमें कोई दोष नहीं है तो यह आसानी से ज्यादा इंसुलिन बनाकर ज्यादा शुगर को अवशोषित कर लेगा। लेकिन अगर जेनेटिकली आपके पैंक्रियाज का फंक्शन खराब है या इंसुलिन की क्वालिटी सही नहीं है या लाइफस्टाइल खराब है तो उस स्थिति में शुगर बढ़ सकती है। लेकिन अगर आपकी हेल्थ में बाकी चीजें सही हैं, आपकी डाइट सही है, आप फिजिकली एक्टिव हैं तो आप ज्यादा चीनी खाते भी हैं तो आपको डायबिटीज नहीं हो सकता। जिन लोगों के परिवार में पहले से डायबिटीज है और उसका लाइफस्टाइल भी गतिहीन है तो ऐसे लोगों को डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा रहता है लेकिन यह जांच से पता चलेगा कि उसे भविष्य में डायबिटीज होगा या नहीं। उन्होंने कहा, ”यही कारण है कि हमलोग फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों को लगातार चेक-अप कराने की सलाह देते हैं। इसके लिए हमें यह देखना होता है कि पैंक्रियाज सही से काम कर रहा है या नहीं।” इसकी जांच में 70 ग्राम ग्लूकोज पिलाया जाता है और ब्लड शुगर की माप ली जाती है। अगर ब्लड शुगर कंट्रोल है तो इसका मतलब है कि पैंक्रियाज सही है। ऐसे में उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
डायबिटीज मरीज को क्या एकदम चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए
यदि किसी को डायबिटीज हो चुका है या प्री-डायबेटिक है तो चीनी नुकसान पहुंचा सकती है। इसके लिए नियमित तौर पर डॉक्टरों की सलाह पर शुगर को कंट्रोल करना होगा। लेकिन अगर शुगर कंट्रोल में है तो इसका मतलब यह नहीं कि चीनी खा ही नहीं सकते हैं। आमतौर पर कंट्रोल शुगर के मरीजों को सप्ताह में एक दिन मिठाई खा लेने से ज्यादा नुकसान नहीं होता। बशर्ते इसके लिए उसे कुछ सतर्कता बरत की जरूरत है। यह सब कुछ ब्लड शुगर के लेवल पर निर्भर है। अगर शादी में जाना हो या किसी पार्टी में जाना हो तो डायबेटिक मरीज सप्ताह में एक दिन ऐसा कर सकते हैं लेकिन इसके लिए चीनी के असर को कम करने वाली चीजें जैसे सलाद, फाइबरयुक्त हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करना चाहिए। डॉ रिचा ने कहा कि शुगर के मरीज अगर पार्टी में मिठाई का सेवन कर लेते हैं तो उस दिन ज्यादा एक्सरसाइज करना जरूरी है। हालांकि शुगर के मरीजों रोजाना 15 से 30 ग्राम से ज्यादा शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए। अपनी दिनचर्या सुधार कर आहार का सही चयन करें।
डाॅ. पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ