रमेश गंगवाल/जयपुर। “मैं अंतिम तीर्थंकर भगवान श्री वर्धमान स्वामी के द्वारा प्रारूपित अनादिकालीन श्रमण धर्म की शरण को स्वीकार करता हूं, मैं समस्त पूर्व आचार्यों की शरण को स्वीकार करता हूं, पूज्य महाराज श्री मुझे जिनेश्वरी दीक्षा देकर अनुग्रहित करें।” उक्त शब्दों की भावांजलि दिनांक 23 अगस्त 2023 को दीक्षार्थी महानुभाव राजकुमार गंगवाल परम पूज्य उपाध्याय भगवंत 108 श्री ऊर्जयंत सागर जी महाराज के श्री चरणों में निवेदित करेंगे। इससे पूर्व सुखद संयोग रहा ,की श्री दीक्षार्थी महानुभाव आज दिनांक 18 अगस्त 2023 शुक्रवार श्रावण शुक्ला द्वितीया के दिन पार्श्वनाथ भवन में प्रातः 9 बजे पधारे। उक्त जानकारी देते हुए मुनि संघ प्रबंध समिति के प्रचार मंत्री रमेश गंगवाल ने बताया की महानुभाव की भवन प्रांगण में छोल भरने का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अनीता जी जैन सोगाणी के मंगलाचरण से हुआ। और देव वंदना के पश्चात डा० माधुरी जी जैन का संयम और दीक्षा पर उद्बोधन हुआ। प्रबंध समिति के मंत्री श्री ओम प्रकाश काला ने पधारे हुए सभी महानुभावों का स्वागत अभिनंदन किया ।पश्चात जिनवाणी स्तुति के साथ दीक्षार्थी के दीक्षा भावों की अनुमोदना की गई।