जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए
विमल जोला/निवाई। सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में बिचला जैन मंदिर में के शांतिनाथ भवन के प्रांगण पर आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 77 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जहां देश भक्ति गीतों के साथ तिरंगा फहराया। जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला ने बताया कि समारोह से पहले श्रद्धालुओं ने भगवान शांतिनाथ एवं सुपार्श्वनाथ की शांतिधारा करके कलशाभिषेक किए। इसके बाद श्रद्धालुओं एवं विद्वानों द्वारा णमोकार महामंत्र के जाप किए। जौंला ने बताया कि समाज द्वारा शांतिनाथ भवन पर सामूहिक ध्वजारोहण किया गया जिसका सौभाग्य मूलचंद जैन को विधिवत पूजा अर्चना करके तिरंगा फहराने का मौका मिला। इस अवसर पर जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि क्या हम सच्चे धर्मात्मा है अथवा धर्म का मात्र आवरण ओढ़े हुए है और धर्म के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्य अहिंसा धर्म के अनुयायी होकर भी भगवान महावीर के नाम को कलंकित कर रहे हैं। जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज शांतिनाथ भवन में धर्म सभा को सम्बोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि एक तो वह व्यक्ति होता है जिसे आप कसाई कहते हैं किन्तु वह तो मरे हुए पशुओं के मांस का व्यापार करता है और आप जीवित मांस का व्यापार कर रहे हैं। इसके साथ कितना छल कर रहे हैं। जैन धर्म और ऐसे निन्दनीय कर्म, जिस संस्कृति में नारी को देवी मानकर पूजा की जाती थी उस देश में नारी की यह दुर्दशा, जिसने इस सृष्टि के लिए पुरुष के प्रति अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया उस जननी का यह दुर्भाग्य। उन्होंने कहा कि आप जैन कुल मे जन्म लेकर भगवान महावीर के नाम को कलंकित न करें दुसरो के प्राणों से खिलवाड़ न करें। तथा इस देश में राजा महाराजा चक्रवर्ती और तीर्थंकर जैसे महान आत्मा अवतरित हुए है यहां कर्ण जैसे दानवीर दाता जन्मे हैं। उन्होंने कहा कि आप ऐसी अन्यायपूर्ण अनैतिक क्रियाओं के सद्भाव में धर्मात्मा कहलाने के अधिकारी हैं क्या क्योंकि धर्म का चोला पहनने से कोई धर्मात्मा नहीं होता है। जैन समाज के मंत्री महावीर प्रसाद पराणा ने बताया कि कार्यक्रम से पूर्व मंगलाचरण चातुर्मास कमेटी के प्रवक्ता विमल जौंला ने भजन के माध्यम से किया गया। उन्होंने बताया कि आगामी 23 अगस्त को भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण महोत्सव धूमधाम से मनाने को लेकर गुरुवार को जैन समाज के श्रद्धालुओं ने जैन मुनि शुद्ध सागर महाराज को सामूहिक श्री फल चढ़ाकर सानिध्य प्राप्त करने हेतु आशीर्वाद लिया।