सुनिल चपलोत/चैन्नाई। स्वत्रंता को सार्थक करना हमारा कर्तव्य। मंगलवार साहूकार पेठ श्री एस.एस.जैन भवन मे महासती धर्मप्रभा ने सैकड़ो श्रध्दांलूओ को धर्मसभा मे स्वत्रंता दिवस पर बधाई देतें हूए कहा कि मनुष्य दुनिया के किसी भी कोने मे चला जाए लेकिन भारत के जैसा कोई देश नहीं है।अनेकता में एकता भारत में ही देखने को मिलती है किसी ओर देश नहीं मिलने वाली है। देश कि रक्षा करना सभी का कर्तव्य भी है,और धर्म भी है। दुनिया मे भारत ही एक ऐसा देश है जिसने कभी किसी अन्य देश पर आक्रमण नही किया।आज हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में मना रहे हैं। यह दिन हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम के महान पर्वकाल में से एक है, जो हमें हमारे पूर्वजों की संघर्षों और बलिदान की हमे याद दिलाता है हमारा देश ऐसे ही आजाद नहीं हुआ न जाने कितने महान वीरो ने देश को आजादी दिलाने के लिए। आजादी के महायज्ञ मे अपने प्राणों की आहूति और बलिदान देकर हमे स्वतंत्रता दिलाई ।उन सभी देश भक्त शहीदों के उपकारो न भूले है और ना हि देश का कौई भी नागरिक भूल पायेगा।आज हम स्वतंत्रता दिवस पर, यह सकल्प लेते है कि हम अपने देश की प्रगति, समृद्धि, और एकता में योगदान करेंगे। हमें आपसी सद्भावना और समरसता की दिशा में भारत माता कि आन बान और शान को अक्षुण बनायें रखेगे तभी हमारा आजादी का पर्व मनाना सभी के लिए सार्थक होगा ।इस दौरान साध्वी धर्मप्रभा साध्वी स्नेहप्रभा के सानिध्य मे श्री एस.एस.जैन संघ साहूकार पेठ के अध्यक्ष एम.अजितराज कोठारी कार्याध्यक्ष महावीर चन्द सिसोदिया ने श्री संघ के सज्जनराज सुराणा पदम ललवानी,हस्तीमल खटोङ,सुरेश डूंगरवाल, महावीर कोठारी, बादलचंद कोठारी, मंगलचंद श्रीश्री माल, शांतिलाल दरडा, अशोक कांकरिया,शम्भूसिंह कावड़िया,अशोक सिसोदिया, पृथ्वीराज बाघरेचा तारेश बेताला,जंवरीलाल कटारिया आदि पदाधिकारियों और एस.एस.जैन संस्कार मंच महिला शाखा जैन संस्कार युवा मंडल,जय संस्कार महिला मंडल के अलावा अनेक उपनगरों के पदाधिकारियों श्रध्दालुओं की उपस्थिति मे स्वत्रंता दिवस पर जैन भवन मे झंडारोहण किया गया। प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने बताया कि इसदौरान श्री संघ के पदाधिकारियों और शासन कॉलेज की छात्रा सना कुकुलोल ने आजादी की 77वीं वर्षगांठ पर हुए शदीदो को नमन करते हुए सभी को आपसी भाई चारे रहने की बात कहीं। और बच्चो और महिला मंडल की बहनों द्वारा स्वत्रंता दिवस पर अनेक प्रस्तुतिया देकर आजादी का महत्व बताया गया।