उम्र के अंतिम पड़ाव में बदले का सुखद इंतजार शेष
जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज रंग दर्पण संस्था की ओर से सुप्रसिद्ध साहित्यकार शंकर शेष की कहानी पर आधारित नाटक इंतजार का सशक्त मंचन किया गया। नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि निर्देशन मनोज स्वामी ने किया।
कथासार
लेखक शंकर शेष की सर्वश्रेष्ठ कहानी में से एक है प्रतीक्षा ? एक ऐसे पिता की कहानी है, जो अपने बेटे के हत्यारों को पहचानने की कोशिश करता है। हत्यारा उसका ही मकान खरीदने के लिए आता है, तो उसकी आवाज और पांव की चाल से उसे पहचान लेता है। जिसका कई वर्षों से प्रतीक्षा कर रहा था और अंत में उसकी हत्या कर अपना बदला पूरा करता है और खुद भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेता हैl नाटक के मुख्य किरदार में मनोज स्वामी ने अपने अभिनय से पिता की भूमिका को बखूबी निभाया और अपने हाव-भाव और अभिनय से प्रभावित किया। नाटक में सागर गढ़वाल, जीवितेश शर्मा और मनीष योगी ने अपने पात्र के साथ न्याय किया और नाटक को सफल बनाया। कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, प्रकाश व्यवस्था अंकित शर्मा नोनू, मंच व्यवस्था मिहिजा शर्मा और कवितेश की रही।