हमें दस्त क्यों लग जाते है? और जब लगते है तो खाना तुरंत पचकर पानी की तरह क्यों बाहर निकल जाता है? इतनी जल्दी प्रोसेस कैसी होती है जबकि खाना पचने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है?
दस्त जब लगते है जब शरीर में और हमारी आंत में गर्मी बढ़ जाती है।
जिससे हमारी आंत अपना काम सही से नही कर पाती है और खाने का पाचन नही हो पाता है, उनकी वायु विकृति की वजह से कंट्रोल करने की क्षमता भी खत्म हो जाती है।
वैसे पंद्रह दिनों में अगर दस्त लगते है सिर्फ़ दो से तीन बार के लिए तो सही है इससे आंतो की शुद्धि हो जाती है और बाद में हल्के खाने से शुरूआत करे।
लेकिन जब दस्त दो चार बार से ज्यादा होते है तो शरीर में पानी की कमी होती है क्योंकि उस समय आंत सिर्फ़ उत्सर्जन कर रही होती है,
वैसे पूछा नही है फिर भी बता दू की दस्त के लिए सबसे सही उपचार में बेल के मुरब्बा से बड़ी कोई औषधि नहीं है ये प्राकृतिक रूप से आंतो की गर्मी निकालकर उनको सही करती है और आंतो की वात को भी संतुलित करती है,
हालांकि दवाओ से दस्त बंद हो तो जाते है लेकिन पेट की गर्मी खत्म नहीं हो पा है जो बाद में आगे जाकर बड़ी बीमारी का कारण बनती है। पेट की क्रिया नियमित करने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा में कुटज घन वटी, कुटजारिष्ट, बिलवादि चूर्ण प्रयुक्त करते हैं।
डाॅ. पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ