चांदनी चौक किसी तीर्थस्थल से कम नहीं: आचार्य अतिवीर मुनिराज
समीर जैन/दिल्ली। राजधानी दिल्ली की हृदय स्थली चांदनी चौक क्षेत्र में लगभग 250 वर्ष प्राचीन श्री दिगम्बर जैन नया मन्दिर, धर्मपुरा मे भव्य समारोह का मंगल आयोजन व्यापक धर्मप्रभावना पूर्वक सानंद संपन्न हुआ। जिनालय के इतिहास में प्रथम बार मूलनायक श्री आदिनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक एवं शान्तिधारा किया गया जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने सम्मिलित होकर धर्मलाभ प्राप्त किया। परम पूज्य आचार्य श्री अतिवीर जी मुनिराज एवं गणिनी आर्यिका श्री चन्द्रमती माताजी के पावन सान्निध्य व कुशल निर्देशन में आयोजित इस भव्य समारोह में श्रीजी का प्रथम अभिषेक करने का महासौभाग्य नया मन्दिर में ज्यादा-से-ज्यादा अभिषेक करने वाले महानुभावों को प्रदान किया गया. ऐसी अनूठी बोली में दूर-दूर से आए भक्तों ने सहभागिता कर अपनी क्षमतानुसार 1-2-3 साल व आजीवन अभिषेक करने के नियम ग्रहण किए। इस अवसर पर विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री ने भगवान का अभिषेक करने के वैज्ञानिक कारणों को बताकर सभी को प्रेरित किया। आचार्य श्री ने जिनालय में विद्यमान अपार सकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण करने हेतु अभिषेक की महिमा का व्याख्यान किया। चांदनी चौक क्षेत्र में निर्मित विशाल जिनालयों की महत्ता बताते हुए आचार्य श्री ने कहा कि ऐसी संकरी गलियों में इतने भव्य व अतिशयकारी मन्दिर किसी तीर्थस्थल से कम नहीं है।