मंदिर पर सजेंगी 25 से अधिक विद्युतचलित झांकिया, कृष्ण लीलाओं के साथ मिलेंगा सामाजिक संदेश
सुनील पाटनी/भीलवाड़ा। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी पर्व 7 सितम्बर को धर्मनगरी भीलवाड़ा में भक्तों के लिए यादगार व खास बनाने के लिए मुख्य डाकघर के पास स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर पर विशेष तैयारियां की जा रही है। उल्लास एवं उत्साह से भरे माहौल में महन्त बाबूगिरीजी महाराज के सान्निध्य में मनाए जाने वाले जन्माष्टमी पर्व पर भीलवाड़ा शहर में पहली बार रामसेतु की 60 फीट लंबी झांकी आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहेगी। इनके साथ ही जन्माष्टमी पर मंदिर में 25 से अधिक विद्युतचलित झांकिया मुख्य आकर्षण होंगी। इन झांकियों के माध्यम से भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का चित्रण होने के साथ विभिन्न सामाजिक संदेश भी प्रदान किए जाएंगे। इनमें विक्रम वेताल व मोगली की झांकियां भी आकर्षण का केन्द्र होगी। अधिकांश झांकिंया हवा में उड़ती हुई दिखेगी जो भक्तों को आकर्षित करेंगी। पिछले कुछ वर्षो से भीलवाड़ा शहर में जन्माष्टमी पर मुख्य आकर्षण संकटमोचन हनुमान मंदिर पर मनाया जाने वाला कृष्ण जन्मोत्सव ही रहता है। यहां हर वर्ष जन्माष्टमी पर दर्शन के लिए हजारों कृष्ण भक्तों का सैलाब उमड़ता है। महन्त बाबूगिरीजी ने बताया कि जन्माष्टमी पर फूलों से एवं रंग-बिरंगी रोशनी से मंदिर पर आकर्षक सजावट करने के साथ हनुमानजी महाराज के डायमंड का चोला चढ़ाया जाएगा। जन्माष्टमी पर प्रदर्शित की जाने वाली रामसेतु सहित विभिन्न झांकिया आगरा, दिल्ली व मथुरा से आने वाले 20 से अधिक कलाकारों द्वारा तैयार की जाएगी। जन्माष्टमी पर गोलप्याउ चौराहे से नगर परिषद चौराहे तक आकर्षक रोशनी एवं सजावट हांेंगी। शाम 5 बजे से झांकियों का दर्शन शुरू हो जाएगा एवं बाल गोपाल भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मध्यरात्रि में मनाया जाएगा। जयकारों के बीच भगवान लड्डु गोपाल का पंचामृत से अभिषेक कर पंजीरी व माखन-मिश्री का भोग लगाया जाएगा। महंत बाबूगिरीजी महाराज ने बताया कि जन्माष्टमी महोत्सव को भव्य एवं यादगार तरीके से मनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। गोलप्याउ चौराहा से लेकर नगर परिषद चौराहा तक रंग-बिरंगी रोशनी के बीच मंदिर परिसर को फूलों से सजाया जाएगा। इस आयोजन को सफल बनाने में समाज के सभी वर्गों एवं भक्तजनों से भी सहयोग प्राप्त हो रहा है।