सुधार गृह के साथ सुधारने का मंदिर भी है: आचार्य विवेक सागर महाराज
अनिल जैन/अजमेर। आचार्य विवेक सागर महाराज ससंघ दोपहर 2.15 बजे मुनि संघ सेवा समिति के पदाधिकारियों एवं समाज बन्धुओं के साथ चातुर्मास स्थल छोटा धड़ा नसियां से केन्द्रीय कारागार पहुंचे। केन्द्रीय कारागार के मुख द्वार पर जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने पुलिस अधिकारियों के साथ आचार्य ससंघ की मंगल अगुवानी की आवश्यक कार्यवाहियों को पूरा कर आचार्य श्री जेल परिसर के मध्य में स्थित सभा हाल में पहुंचे। कार्यक्रम की शुरूआत आशाएँ द जेल बैण्ड, केन्द्रीय कारागृह द्वारा भगवान पारसनाथ स्वामी की स्तुति से शुभारंभ किया तत्पश्चात महामंत्र णमोकार मंत्र का संगीतमय जाप कर मंगलाचरण किया।
सुधार गृह के साथ सुधारने का मंदिर भी है: आचार्य विवेक सागर महाराज
आचार्य विवेक सागर महाराज ने मंगल उद्बोधन में कहा- व्यक्ति तीन बातों से अपराध करता है काम क्रोध व लोभ, क्रोध आक्रोश मे अपराध करने के बाद कारागृह मे आकर पश्चाताप होता है। परिवार व कुटुम्ब के लिए व्यक्ति लूटपाट चोरी करता है और परिवारजन उसको मिल बांटकर खाते है परंतु उसके प्रतिफल मिलने वाले पाप मे कोई सहभागी नहीं होता है। साधु वंदनीय होता है और उसके पास सभी आते है परंतु आज वंदनीय बंधनीय के पास आया है। जेल कारागृह के साथ साथ सुधार गृह भी है सुधारने का मंदिर भी है यहां बंदी अपने जीवन की नई शुरुआत कर सकता है और देश व समाज का सभ्य नागरिक बन सकता है, भविष्य में आगे मानवीय जीवन जीकर दूसरो की भलाई करें।
जेल अधीक्षक ने आचार्य महाराज को पुनः पधारने का किया आग्रह
जेल अधीक्षक ने कहा आचार्य महाराज के मार्मिक उद्बोधन से अवश्य बंदी भाईयो के जीवन मे परिवर्तन आयेगा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा व चातुर्मास के दौरान एक बार पुनः पधारने का आग्रह किया।
1100 बंदियो को मिठाई व फल किये वितरण
प्रवक्ता पदम चन्द सोगानी ने बताया समिति की ओर 1100 बंदि भाईयों हेतु मिष्ठान व फल वितरण किया।
सुन्दर मंच संचालन
कार्यक्रम का संचालन लोकेश ढिलवारी व नरेन्द्र गोधा ने किया।
समिति ने जेल अधीक्षक का किया स्वागत अभिनन्दन
केन्द्रीय कारागार में समिति अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, संयोजक राजेश गदिया, प्रकाश पाटनी,लीला बाकलीवाल आदि ने जेल अधीक्षक को माला पहनाकर व अभिनन्दन पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मौजूद
इस दौरान समिति अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, संयोजक राजेश गदिया, विनय पाटनी, प्रकाश पाटनी, नरेन्द्र गोधा, नितिन दोसी, राजेन्द्र पाटनी, नीरज पाटनी, ललित पाण्डया, गौरव लुहाड़िया, अंकुश गदिया, दीपक बाकलीवाल, महावीर कासलीवाल, रिषी दोसी, अशोक गोधा, चिंटू गोधा, प्रियांश पाण्डया, अंकित पाटनी, अमन जैन, सुनील जैन, उत्तम जैन, अविनाश जैन, लीला बाकलीवाल, शांता काला, मधु पाटनी, सुषमा पाटनी, रेणु पाटनी, कुसुम जैन, अनामिका सुरलाया आदि मौजूद थे।