सुनिल चपलोत/चैन्नाई। अंहकार और घमंड ही व्यक्ति के जीवन का पतन करता है। गुरूवार को साहूकार पेठ में महा साध्वी धर्मप्रभा ने श्रोताओं को धर्मसंदेश देतें हुए कहा कि धर्म और जमीन से जुड़ा व्यक्ति जीवन मे उपलब्धिया प्राप्त करले बाद भी व घमंड और अंहकार को अपने उपर हावी नहीं होने देता है। परन्तु आज मनुष्य चंद उपलब्धियाओ और धन को पाकर स्वयं को भगवान समझ रहा है ।वो सोचता कि दुनिया मेरे ही भरोसे पर चल रही है। संसार में किसी के होने नहींहोने पर किसी को कौई फर्क नहीं पड़ने वाला,दुनिया कल पर चल रही थी आज भी चल रही है,और आगे भी इसी तरह चलती रहेगी। कभी मनुष्य ने सोचा है कि सूर्य, चंद्रमा,धरती,आकाश और वायु जिनके बल बूते पर मनुष्य का जीवन गतिमान है मगर उन्हें कभी न इस बात को जताया ना ही कभी गुमान किया है। तो मनुष्य के पास ऐसा है, क्या जो वो घमंड कर रहा है । मैं और मेरा इन दो चीजों ने तो अच्छे अच्छो को पतन का रास्ता दिखाया है। दौलत, शोहरत, सोंदर्य ज्ञान, बुध्दि, बल या एक जमीन के छोटे से टुकड़े पर क्या यह सब मनुष्य अपने साथ ले जा सकता है? जो सूर्य हमे प्रकाश देता और धरती हमे धारण करके रखती है, चन्द्रमा ओषधि और शीतला प्रदान करता है फिर इन्हें स्वंय पर अभियान और घमंड नही है तो मनुष्य को अंहकार और घमंड नही करना चाहिए वरना मनुष्य अपने जीवन का पतन कर लेगा। इसदौरान साध्वी स्नेहप्रभा ने कहा कि जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन, भोजन का अनादर मत करना वरना अन्न रूठ गया तो जीवन मे अन्न को खाने को तरस जाओगे ।जो मनुष्य भोजन को भगवान का प्रसाद समझ कर ग्रहण करते है। उनका मन शुध्द और शरीर निरोगी बनता है भोजन पेट की तृष्णा ही नही मन को भी शांत करता और विचारों को शुध्दता प्रदान करता है ।भोजन का अपमान ईश्वर का अपमान है धर्म के प्रश्चात चैन्नाई श्री श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ पुरूषवाक्कम के अध्यक्ष विनय पावेचा,मंत्री महिपाल चोरडिया,संतोष पगारिया,गौतमचंद गुगलिया,दिलीप बोहरा,धर्मीचंद कोठारी,सोहन लाल जामड ,ललेश कांकरिया आदि पदाधिकारी के अतिरिक्त गौतम चन्द ललवानी,ज्ञानचन्द कोठारी साध्वी धर्मप्रभा साध्वी स्नेहप्रभा के दर्शनों लाभ लिया इस सभी अतिथीयो का एस. एस. जैन संघ साहूकार पेठ के अध्यक्ष एम.अजितराज कोठारी, कार्याध्यक्ष महावीरचन्द सिसोदिया,सज्जनराज सुराणा ,सुरेश डूगरवाल,पदमचंद ललवानी,,बादल चन्द कोठारी,महावीर कोठारी, जितेन्द्र भंडारी, शम्भूसिंह कावड़िया, अशोक सिसोदिया, कमल खाबड़, ज्ञानचंद चंरड़िया आदि सभी ने आत्थिय सत्कार करते हुए मेहमानों का सम्मान किया गया।