Monday, November 25, 2024

भक्ति में लगाये श्रद्धा का पासवर्ड: गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी

गूंशी, निवाई। प. पू. भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका रत्न 105 विज्ञाश्री माताजी के ससंघ सान्निध्य में श्री दिगंबर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ, गुन्सी तह. निवाई जिला – टोंक (राज.) में आज श्री श्री 1008 शांतिनाथ महानुष्ठान रचाने का सौभाग्य श्रीमान अशोक कुमार जी सपरिवार दूनी वालों ने प्राप्त किया। गुरु माँ के मुखारविंद से अमृत वचन सुनने को सभी भक्त गण लालायित थे। आज की वृहद शांतिधारा में निवाई , दूनी , जयपुर , मौजमाबाद , साली , किशनगढ़ के लोगों ने भाग लिया । गुरू माँ के उपवास के पश्चात पारणा हुई । 120 अर्घ्य चढ़ाकर आहुति पूर्वक विधान का समापन हुआ।
गुरू माँ ने प्रवचन देते हुए कहा कि – श्री शांतिनाथ विधान करने से 10 उपवास का फल मिलता है । जो भी श्रद्धा पूर्वक भक्ति आराधना करता है उसे बुद्धि एवं कर्जमुक्ति का फल प्राप्त होता है । माताजी ने कहा भक्ति का फल अवश्य मिलता है बस आवश्यकता है उसमें श्रद्धा का पासवर्ड डालने की।

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