गुंशी, निवाई। प. पू. भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका रत्न 105 विज्ञाश्री माताजी ससंघ का 29 वां साधनामय चातुर्मास 2023 श्री दिगंबर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ में हो रहा है। पूज्य माताजी के मुखारविंद से आज की शांतिधारा करने का सौभाग्य संजय चाकसू वंश के जन्मदिन के उपलक्ष्य में, सतीशचंद प्रोफेसर जयपुर, सत्यनारायण चाकसू वालों ने प्राप्त किया। दूर-दूर से लोगों ने आकर प्रभु भक्ति में भाग लिया। तत्पश्चात गुरु माँ ने प्रवचन देते हुए कहा कि- प्रार्थना के साथ साथ प्रयत्न भी जरूरी है। भगवान से प्रार्थना करने वाला प्रयत्न शून्य हो जाये तो कार्य सिद्धि असंभव है। महावीर स्वामी जैसे महापुरुष किसी स्कूल कॉलेज या यूनिवर्सिटी में नहीं गये। उन्होंने ज्ञान प्राप्ति हेतु सिर्फ प्रार्थना नहीं कि अपितु प्रयत्न भी किया। आज सहस्रकूट विज्ञातीर्थ के ट्रस्टी गणों ने मिलकर गुरु मां के चातुर्मास संबंधी व्यवस्था बनाने हेतु मीटिंग कर धर्म ध्वजा को फहराने का संकल्प किया एवं चातुर्मासथंसमिति का गठन किया गया।